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Sunday, September 15, 2024

मुख्यमंत्री का निजी सचिव बनकर ठगी करने वाला चढ़ा UP-STF के हत्थे

आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निजी सचिव बनकर ठगी करने वाले आरोपी फारूख को यूपी STF ने लखनऊ के कमता से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी आजमगढ़ के निजामाबाद का रहने वाला है। आरोपी फारूख ऑनलाइन गैंबलिंग कराने वाले संगठित गिरोह का सदस्य भी है।


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आपको बतादें कि आरोपी फारूख अपने आपको मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताता था। फिर प्रतियोगी परीक्षाओं के पैसे लेकर पास कराने का झांसा देकर ठगी करता था। आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल फोन, आधार कार्ड, 1200 नकद और 48 वर्क प्रिंट आउट भी बरामद किया गया है।

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Friday, September 13, 2024

सिगरा पुलिस ने डीआरएम आफिस व अन्य स्थानों से गाडी चोरी कर बेचेने वाले 02 अभियुक्तों किया गिरफ्तार, मौके से 09 मोटर साइकिल बरामद

वाराणसी: पुलिस आयुक्त द्वारा अपराधों की रोकथाम के मद्देनजर चोरी/लूट की घटनाओ के सफल अनावरण एवं वांछित/फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त काशी ज़ोन के निर्देशन मे अपर पुलिस उपायुक्त काशी ज़ोन के पर्यवेक्षण मे एवं सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज व प्रभारी निरीक्षक सिगरा के नेतृत्व में थाना सिगरा पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी के विभिन्न अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्तों रुपेश शुक्ला पुत्र स्व0 शैलेन्द्र कुमार शुक्ला निवासी - घुरघुरी तालाब मोहान रोड कन्नौजीया सिटी थाना- काकोरी लखनऊ हालपता-भुल्लनपुर चक्रवर्ती नगर पीएसी (मेवालाल पटेल के मकान में) थाना-मडूआडीह वाराणसी उम्र 33 वर्ष व आशीष कुमार गुप्ता उर्फ सोनू पुत्र सूरजलाल गुप्ता निवासी -पाण्डेयपुर नई बस्ती थाना-लालपुर पाण्डेयपुर वाराणसी उम्र 30 वर्ष को दिनांक 13.09.2024  को मालगोदाम रोड से कैन्ट स्टेशन की तरफ कैन्ट स्टेशन मोड़ से पहले थाना क्षेत्र सिगरा से गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तों के कब्जे/निसानदेही से कुल 09 मोटरसाइकिस बरामद किया गया। उक्त गिरफ्तारी/बरामदगी के सम्बन्ध में थाना सिगरा पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।


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थाना-क्षेत्र सिगरा के डीआरएम ऑफिस वाराणसी व अन्य विभिन्न स्थानों से चोरी की गयी मोटरसाइकिल के सम्बन्ध में थाना सिगरा पर पंजीकृत विभिन्न अभियोग से सम्बन्धित 06 अदद मोटरसाईकिल चोरी की ज्ञात मुकदमों की व 03 अदद मोटर साइकिल चोरी की अज्ञात मुकदमों की बरामद किया गया तथा 02 नफर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।

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अभियुक्त रुपेश शुक्ला उपरोक्त पूछताछ पर माफी मागते हुये बताया कि मैं भाड़े की गाड़ी चलाता हूँ जिसका वेतन बहुत कम मिलता हैं अपनी शान शौकत पूरी करने के लिये जहां तहां से अपने एक और साथी आशीष कुमार गुप्ता उर्फ सोनू के साथ मोटरसाइकिल चोरी कर के छुपा कर रख देता हू और मौका पाकर किसी वाहन में लाद कर अगल बगल के जिलो में बेच देता हूं जो पैसा मिलता है मैं और मेरा साथी उस पैसे पर मौज करते थे।

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गिरफ्तार/सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राज बहादुर मौर्य थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, व0उ0नि0 विवेक कुमार त्रिपाठी थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, उ0नि0 देवेन्द्र कुमार गुप्ता चौकी प्रभारी काशी विद्यापीठ थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, उ0नि0 रणजीत कुमार श्रीवास्तव चौकी प्रभारी सोनिया थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, का0 रामभवन राजभर थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, का0 कर्मजीत यादव थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, हे0का0 संतोष कुमार थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी, का0 शिवकृपा शुक्ला थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी शामिल थे।

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धर्म परिवर्तन कर विवाह करने वाले दंपत्ति के विरुद्ध एफआईआर हाइकोर्ट ने किया निरस्त

मेरठ: जिले के थाना मवाना के अंतर्गत सहिम खान ने अपनी बेटी के रात में गायब होने पर सुबह खोजबीन में पता चला कि उनकी बेटी सिदरा खान ने पीयूष कुमार निवासी क़िला परिछतगढ़ के साथ फोटो इंटरनेट में वायरल है तब पिता ने थाना मवाना, मेरठ में बेटी को बहलाफुसला धर्मांतरण कराकर शादी के प्रयोजन से अपहरण करने के संदर्भ में मुकदमा पंजीकृत कराया।दोनों प्रेमी जोड़ों ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में अपने अधिवक्ता सुनील चौधरी के द्वारा एफ आई आर को निरस्त किए जाने की याचिका दाखिल की।


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याचिका पर सुनवाई न्यायमूर्ति बी. के. बिरला व ए. के. सिंह देशवाल के समक्ष हुई। याची के अधिवक्ता ने बताया कि दोनों बालिक है दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं सिदरा खान ने अपना धर्म परिवर्तन कर नाम बदलकर शिवानी के नाम से हिंदू धर्म को अपना लिया है. कन्वरजन सर्टिफिकेट दिल्ली की संस्था ने दिया है। फिर दोनो ने भागकर शिवमंदिर हरिद्वार में शादी कर लिया और दोनों ने रजिस्टर्ड मैरिज उत्तराखंड रजिस्टार से भी प्राप्त कर लिया है और पति पीयूष की जान का खतरा बना है। 

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इसके पश्चात माननीय उच्च न्यायालय ने एक अन्य केस का हवाला देते हुए पीयूष कुमार के विरुद्ध अपहरण का दर्ज मुकदमा को निरस्त कर दिया और लड़की के पिता को छूट दिया है कि अगर कोई गलत तथ्य न्यायालय में दाखिल किया गया है तो 6 सप्ताह में रिकॉल एप्लीकेशन दाखिल कर सकते है।

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12वीं पास युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी, पुलिस कांस्टेाबल के पदों पर होगी 40000 नई भर्तियां

लखनऊ: यूपी पुलिस में अगले छह महीने में 40000 और भर्तियां निकलने जा रही हैं. अगर आप बारहवीं पास हैं तो इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दीजिए. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि अगले छह महीने में यूपी पुलिस में 40000 से अधिक भर्तियां होंगी. जल्‍दी ही इसकी भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. ऐसे में अगर आपको यूपी पुलिस की नौकरी चाहिए, तो तैयार हो जाइए. आपको बता दें कि यूपी पुलिस में अभी 60000 से अधिक कांस्‍टेबल के पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए लिखित परीक्षा हो चुकी है. अब इस परीक्षा में पास होने वाले अभ्‍यर्थियों को फिजिकल टेस्‍ट के लिए बुलाया जाएगा. इन भर्तियों के लिए लगभग 50 लाख से अधिक अभ्‍यर्थियों ने आवेदन किए थे, हालांकि इसमें से 6 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी. इसमें भी खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश के अलावा अन्‍य राज्‍यों से भी यूपी पुलिस कांस्‍टेबल भर्ती के लिए आवेदन आए थे.


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ऐसे युवाओं के लिए खुशखबरी
अब यूपी पुलिस कांस्‍टेबल भर्ती की प्रक्रिया चल ही रही है कि इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने 40 हजार और भर्तियों की घोषणा कर दी, जो ऐसे युवाओं के लिए खुशखबरी है, जो किसी कारणवश इस भर्ती परीक्षा में नही शामिल हो पाए या इस परीक्षा में न सेलेक्‍ट हो पाएं, तो उन्‍हें अगले छह महीने में दोबारा मौका मिल जाएगा. 


मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने लोक भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर कहा कि ऐसा शायद पहली बार हुआ कि इतने बड़े पैमाने पर किसी नागरिक पुलिस बल की परीक्षा विश्व में कहीं एक साथ बिना किसी समस्या के संपन्न हुई है. उन्‍होंने कहा कि अगले छह महीनों में यूपी पुलिस में 40,000 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्‍ययनाथ ने इस दौरान सार्वजनिक परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम-2024 (Prevention of Unfair Means in Public Examination Act-2024) की भी सराहना की. उन्‍होंने कहा कि इसके सही क्रियान्‍वयन के कारण नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकी है.

कौन कर सकता है अप्‍लाई
युपी पुलिस कांस्‍टेबल के पदों पर अप्‍लाई करने के लिए अभ्‍यर्थी का 12वीं पास होना जरूरी है इसके अलावा उम्‍मीदवार का उम्र 18 से 25 साल के बीच होनी चाहिए. आरक्षित वर्ग के उम्‍मदवारों को आयुसीमा में छूट दी जाती है. इसके अलावा एक खास बात यह भी है कि यूपी पुलिस कांस्‍टेबल की भर्तियों के लिए किसी भी राज्‍य के युवाओं आवेदन कर सकते हैं. इन पदों पर आवेदन के लिए उम्‍मीदवार का यूपी का निवासी होना जरूरी नहीं है.

 

ओपी राजभर और दारा सिंह चौहान का अखिलेश पर हमला, कहा- मुसलमान, ब्राह्मण-राजपूत अपराधी के एनकाउंटर चुप क्यों?

लखनऊ: मंत्री दारा सिंह चौहान और ओपी राजभर ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की हालिया प्रेस वार्ता पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.  दारा सिंह चौहान ने कहा कि अखिलेश यादव का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारी सरकार ने अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज कानून व्यवस्था के मामले में पूरे देश में एक रोल मॉडल बन चुका है. तो वहीं ओपी राजभर ने कहा कि एनकाउंटर में पुलिस अपराधियों पर क्या आधार कार्ड देखकर गोली चलाएगी.


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दारा सिंह ने पुलिस की सराहना की
यूपी के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने सुल्तानपुर लूट केस में पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, "एक अपराधी जिसके ऊपर लाखों का इनाम था, उसे पुलिस ने सख्त जवाब दिया है." उन्होंने अखिलेश यादव के जातिगत राजनीति करने की भी निंदा की और कहा कि सरकार पर लगाए गए आरोपों का जवाब देना उनका दायित्व है.

उपचुनावों के सवाल पर चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि बीजेपी सभी 10 सीटों पर विजय प्राप्त करेगी. उन्होंने अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती."

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ओपी राजभर का अखिलेश पर जोरदार हमला
सुभासपा प्रमुख और यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी अखिलेश यादव के बयानों पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव मुसलमानों के मारे जाने पर चुप रहते हैं, लेकिन मंगेश यादव की मौत पर हाय-तौबा मचा रहे हैं. राजभर ने सवाल उठाया कि "मंगेश यादव अपराधी था या नहीं, यह अखिलेश जी बताएं."

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राजभर ने कांग्रेस से की सपा की तुलना
ओपी राजभर ने सपा पर आरोप लगाया कि वह अब कांग्रेस के अलगाववाद के रास्ते पर चल रही है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपराधियों को टिकट देकर नेता बनाते रहे हैं, और अब वे चोर और लुटेरों में अपने लोगों को खोज रहे हैं. राजभर ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव को चाहिए कि वे मुख्यमंत्री योगी से मिलकर समाधान निकालें. 

ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर सवाल उठाते हुए कहा कि "क्या वे मानते हैं कि मंगेश घटना स्थल पर नहीं था? अगर गोली चलेगी, तो क्या पुलिस आधार कार्ड मांगकर गोली चलाएगी?" 

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Thursday, September 12, 2024

उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के लिए बिक्री केंद्रों पर ताबड़तोड़ छापेमारी, चार का लाइसेंस निरस्त

वाराणसी: किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने, उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के साथ ही गुणवत्ता बनाये रखने के उद्देश्य से बुधवार को उर्वरक बिक्री केंद्रों पर छापेमारी की गयी। जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा कुल तीन टीमों का गठन किया गया। छापेमारी के दौरान जनपद में कुल 47 उर्वरक बिक्री केंद्रों की जांच की गयी चार केंद्रों के लाइसेंस निलंबित कर दिये गये। छापेमारी के दौरान उर्वरकों के 15 नमूने लिये गये जिन्हे परीक्षण हेतु प्रयोगशाला में भेजा जायेगा।


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इन केंद्रों पर हुई कार्रवाई - निरीक्षण के दौरान मेसर्स जिला औद्यानिक सहकारी विपणन संघ-रामेश्वर, मेसर्स शुभ ट्रेडर्स-मंगारी, मेसर्स सौरभ फर्टिलाइजर-मंगारी एवम् मेसर्स उज्जवल ट्रेडर्स-मंगारी उपरोक्त केंद्रों का लाइसेंस निलम्बित कर दिया गया।साथ ही मेसर्स साधन सहकारी समिति-जाल्हुपुर, मेसर्स गुप्ता एण्ड कम्पनी-जाल्हुपुर, मेसर्स विशाल ट्रेडर्स-टेकरिया, मेसर्स सर्वोत्तम खाद भण्डार-असवारी, मेसर्स मौर्या बीज भण्डार-चित्तापुर, मेसर्स मां वैष्णो खाद भण्डार-भोपापुर, मेसर्स कृषि विकास एजेन्सी-भोपापुर का अभिलेख अपूर्ण होने एवं रेटबोर्ड अद्यतन न होने की वजह से कारण बताओ नोटिस जारी की गयी।

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जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह ने बताया कि छापेमारी के दौरान अवैध रूप से व्यापार तथा उर्वरकों की कालाबाजारी करने वाले बिक्रेताओं के विरूद्ध यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। साथ ही छापेमारी के दौरान नामित उर्वरक निरीक्षकों के द्वारा कुल 47 बिक्री केन्द्रों की जांच करते हुए गुणवत्ता परीक्षण हेतु 15 उर्वरक के नमूने ग्रहीत किये गये।                                

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टीम में शामिल रहे ये अधिकारी-                                

जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह, जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी बृजेश कुमार विश्वकर्मा, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी आरपी सिंह, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी-सदर निरूपमा सिंह, परियोजना अधिकारी-नेडा प्रेम प्रकाश सिंह, रोहित कुमार सिंह, वरिष्ठ सहायक अरविंद श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।

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Tuesday, September 10, 2024

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की आंसर शीट की तारीख घोषित, इन छह तारीखों में देख सकेंगे परिणाम

लखनऊ: यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती- 2023 की 23, 24, 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त, 2024 को लिखित परीक्षा संपन्न किए गए. जिसके सभी 10 पालियों के प्रश्न पत्रों व उत्तर कुंजी प्रदर्शित की जाएंगी. बोर्ड की वेबसाइट  https://uppbpb.gov.in पर इसको  प्रदर्शित किया जाएगा. दिनांक 11 सितंबर 2024 से लेकर 19 सितंबर 2024 तक दी गई सारणी के मुताबिक आपत्ति प्रेषित की जा सकेंगी.


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अभ्यर्थियों को किसी भी सवाल या किसी भी सवाल के जवाब के विकल्प या उत्तर कुंजी के बारे में कोई विसंगति के बारे में पता चले तो वो अपनी आपत्ति सुसंगत अभिलेख / सूचना के साथ ही ऑनलाइन माध्यम से दर्ज करा सकेंगे. अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर दिए लिंक पर जाना होगा और अपना रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ ही अपना जन्म तिथि व प्रश्न पुस्तिका क्रमांक की मदद से लॉगिन करना होगा जिसमें हर एक अभ्यर्थी केवल अपने प्रश्न पत्र / उत्तर कुंजी को देख पाएंगे.

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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 की दिनांक 23, 24, 25 अगस्त तथा 30, 31 अगस्त, 2024 को संपन्न लिखित परीक्षा के सभी 10 पालियों के प्रश्न पत्रों तथा उत्तर कुंजी बोर्ड की वेबसाइट https://t.co/lrJEHcUBaA पर प्रदर्शित की

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Thursday, September 5, 2024

सुल्तानपुर में पुलिस ने एक लाख के इनामी बदमाश मंगेश यादव किया एनकाउंटर, दिनदहाड़े ज्वेलर्स से करोड़ों की लूट में था शामिल

सुल्तानपुर: भरत ज्वैलर्स के यहां दिन दहाड़े डकैती का आरोपी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया है. ये मुठभेड़ देहात कोतवाली थाना के बाईपास स्थित मिश्रपुर‌ पुरैना‌ के‌ पास बदमाश और एसटीएफ के बीच हुई. सुल्तानपुर के कोतवाली देहात के मिसिरपुर पुरैना इलाके में यह मुठभेड़ हुई. बाईपास पर एसटीएफ के जवानों का जमावड़ा है. चौक घंटाघर डकैती कांड में बदमाश पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था.


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28 अगस्त को सर्राफा व्यापारी के यहां डकैती
आपको बता दें कि बीते 28 अगस्त को सुल्तानपुर जिले के चौक बाजार में सर्राफा व्यवसाई के यहां सरेआम डकैती डाली गई थी. वारदात के बाद से ही पुलिस और यूपी एसटीएफ मामले के खुलासे में लगे थे.

मुठभेड़ में मारा गया बदमाश
घटना में शामिल मुख्य आरोपियों में से 1 लाख के इनामी बदमाश मंगेश यादव पुत्र राकेश यादव निवासी ग्राम अगरौरा थाना बक्शा, जनपद जौनपुर की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ हुई. घटना में शामिल डकैतों से एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक विमल सिंह की टीम से मिसीरपुर पुरैना में मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में बुरी तरह घायल मंगेश को निकट सीएचसी भदाईयां इलाज के लिए भेजा गया. जहां इलाज के दौरान मंगेश यादव की मौत हो गई. पुलिस को मौके से एक पिस्टल 32 बोर व कारतूस, तमंचा 315 बोर, एक मोटरसाइकिल सुपर स्पेलेंडर व डकैती से सम्बन्धित आभूषण भी बरामद हुए हैं.

दर्जनों मुकदमे दर्ज
मंगेश यादव मूल रूप से जौनपुर के रहने वाला था और उस पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज थे. बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर में भरत ज्वैलर्स के यहां दिन दहाड़े डकैती डाली गई थी. इस वारदात में मंगेश यादव भी शामिल था. इससे पहले पुलिस ने तीन अन्य बदमाशों को भी एनकाउंटर के बाद अरेस्ट किया था.

बुलडोजर चलाने के लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए, दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले बुलडोजर के सामने हो जाएंगे पस्त - CM Yogi

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बिना नाम लिए ही इशारों-इशारों में राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर करारा प्रहार किया। उन्होंने विपक्षी नेताओं को लताड़ लगाते हुए चुनौती दी कि बुलडोजर पर हर एक का हाथ फिट नहीं हो सकता। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा हो, वही बुलडोजर चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे।


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सीएम योगी ने बुधवार को लोकभवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित 1334 अवर अभियंता, संगणक एवं फोरमैन को नियुक्ति प्रत्र प्रदान कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज यहां नियुक्ति पाने वालों में हर जनपद का प्रतिनिधित्व दिखता है। न जाति का भेद, न क्षेत्र का। केवल प्रतिभा और आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए प्रतिभाशाली युवाओं को नियुक्ति की प्रक्रिया से जोड़ा गया है। वहीं, पहले जनता ने जिन लोगों को अवसर दिया था उन्होंने अपनी अराजक और भ्रष्टाचारी गतिविधियों से पहचान का संकट खड़ा किया और फिर प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का काम किया था। पहले जाति-जाति को लड़ाया, फिर मत और मजहबों को आपस में लड़ाने का काम किया। उत्तर प्रदेश महीनों दंगों की आग में झुलसता रहा। आज ये लोग फिर से अपना रंग रोगन बदलकर नए रूप में प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहते हैं।

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योग्यता और क्षमता के बाद भी बैरियर हटाने का काम करेंगे

सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले जो लोग प्रदेश में लूट खसोट मचाए थे, आज जब उनके सपनों पर पानी फिर चुका है तो अब टीपू भी सुल्तान बनने चले हैं। कई वर्ष पहले एक धारावाहिक आया था, मुंगेरीलाल के हसीन सपने। आज ये भी यही सपने देख रहे हैं। जब जनता ने इन्हें अवसर दिया था तब इन्होंने प्रदेश के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। यहां के युवाओं के सामने, व्यापारियों के सामने, उद्यमियों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया था। सीएम योगी ने प्रदेश के युवाओं को आश्वस्त किया कि यदि आपमें योग्यता और क्षमता है तो आपका सेलेक्शन जरूर होगा। इसके बाद भी यदि कोई बैरियर बनेगा तो उस बैरियर को हटाने का काम हम करेंगे। जो लोग फिर भी बेईमानी और भ्रष्टाचार फैलाएंगे उनकी संपत्ति को कुर्क करके गरीबों में वितरित करने का भी काम करेंगे। सीएम योगी ने कहा कि पहले युवाओं को नियुक्ति पत्र क्यों नहीं मिलता था, क्योंकि इनकी नीयत साफ नहीं थी। चाचा और भतीजे में वसूली को लेकर होड़ रहती थी कि कौन कितना वसूल करेगा। एरिया बंटे हुए थे। आप देख रहे हैं कि इस समय कुछ आदमखोर भेड़िया प्रदेश के अंदर अलग-अलग जनपदों में उत्पात मचा रहे हैं और कमोवेश यही स्थिति 2017 के पहले प्रदेश की थी।

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निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करेंगे कार्मिक तो यूपी बनेगा नंबर वन इकॉनमी

सीएम योगी ने कहा कि पिछले साढ़े सात साल में नियुक्ति की जो प्रक्रिया पारदर्शिता और शुचितापूर्ण ढंग से आगे बढ़ी हैं। यह सात वर्ष पूर्व संभव नहीं था। आज हमने साढ़े 6 लाख से अधिक सरकारी नियुक्तियां की हैं। इन युवाओं ने अपनी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ प्रदेश को दिया है। आज जब हमारे पास मैनपावर की कमी पूरी हुई है तो यही प्रदेश जो देश के विकास का बैरियर माना जाता था, सरपट दौड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। देश के विकास का ग्रोथ इंजन बना है। साढ़े सात वर्ष पूर्व यह प्रदेश देश की सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता था, आज यही नंबर दो की अर्थव्यवस्था बन चुका है। नियुक्ति की प्रक्रिया आज जितनी पारदर्शी, निष्ठा और ईमानदारी के साथ हो रही है, उसी निष्ठा और ईमानदारी से कार्मिक कार्य करने लग जाएंगे तो अगले तीन चार साल में यह प्रदेश नंबर एक अर्थव्यवस्था होगा। नंबर एक की अर्थव्यवस्था का मतलब, हर हाथ को काम होगा, हर चेहरे पर खुशहाली होगी, हर बेटी सुरक्षित होगी, हर व्यापारी का सम्मान होगा, अन्नदाता किसान प्रसन्न होगा और चहुंओर खुशहाली होगी।

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पहले वेतन के नहीं थे पैसे, आज रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बना यूपी

सीएम योगी ने नव नियुक्त अभ्यर्थियों से कहा कि प्रदेश सरकार ने पारदर्शी तरीके से जो प्रक्रिया अपनाई है, आपसे भी उसी पारदर्शी प्रक्रिया की अपेक्षा रखते हैं। जनता से जुड़े हुए कोई भी कार्य में देर नहीं होनी चाहिए। हमें ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को प्राप्त करना है। जब हम लोग आए थे तब ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश 14वें नंबर पर था और आज हम अचीवर स्टेट हैं। हमने रिफॉर्म किए. प्रदेश को आगे बढ़ाया। परिणाम ये रहा कि प्रदेश में जहां कोई निवेश करने नहीं आता था, वहां 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन निवेश प्रस्तावों का मतलब सीधे-सीधे डेढ़ करोड़ नौजवानों को नौकरी का है। इनसे नए रोजगार सृजित होंगे, परंपरागत उद्यम जो दंगों के कारण बंद हो रहा था, यह फिर से पुनर्जीवित हो गया है। वन जिला वन प्रोडक्ट पूरे देश का एक ब्रांड बन गया है, जिसने लाखों लोगों को कार्य दिया है। प्रदेश में कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। एक्सप्रेसवे, इंटरस्टेट कनेक्टिविटी के साथ ही जनपद मुख्यालय को फोर लेन के साथ जोड़ा गया है। यह वही प्रदेश है जिसमें वेतन देने के लिए पैसा नहीं था, लेकिन आज हम रेवेन्यू सरप्लस स्टेट हैं। देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य होने के बावजूद वेतन और भत्तों की कोई समस्या नहीं। विकास के लिए किसी भी प्रकार के राजस्व की कोई कमी नहीं है। हम सड़क भी बना रहे हैं, बिजली भी पहुंचा रहे हैं और लोक कल्याणकारी कार्य को भी आगे बढ़ा रहे हैं।

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भीख मांग कर दान नहीं दिया जाता

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में एक करोड़ परिवार तो ऐसे हैं जिनको ₹12000 सालाना पेंशन की सुविधा डबल इंजन की सरकार प्रदान कर रही है। यह सब तभी कर पा रहे हैं जब प्रदेश के पास पैसा है। भीख मांग के दान नहीं दिया जाता है। सीएम योगी ने कहा कि पहले प्रदेश में जब दंगे होते थे, अराजकता थी तो एयर कनेक्टिविटी जोड़ करके क्या करेंगे। हवाई जहाज से आएगा कौन। आज तो दो एयरपोर्ट से हम 9 एयरपोर्ट को क्रियाशील कर चुके हैं। 10 नए एयरपोर्ट पर कार्य चल रहे हैं। जो एयरपोर्ट चल रहे हैं इनमें से चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। पांचवा भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी हम उत्तर प्रदेश के जेवर में बना रहे हैं। आखिर यह काम लंबे समय तक प्रदेश में शासन करने वाली कांग्रेस, समाजवादी पार्टी या बहुजन समाजवादी पार्टी क्यों नहीं कर पाई। इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों नहीं दे पाए। ये तो बिजली देने में, सड़क देने में और नौकरी देने में भी भेदभाव करते थे। नौकरी के नाम पर वसूली करने वालों में कहीं चाचा तो कहीं भतीजे, महाभारत के सारे कैरेक्टर शामिल थे।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री ओमप्रकाश राजभर, लोकनिर्माण विभाग के राज्य मंत्री ब्रजेश सिंह, कृषि विभाग के राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री रामकेश निषाद, ग्राम विकास विभाग के राज्य मंत्री विजयलक्ष्मी गौतम, नगर विकास विभाग के राज्य मंत्री राकेश राठौर गुरु, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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Wednesday, September 4, 2024

वाराणसी जिला जेल में ई-प्रिजन व्यवस्था लागू, कैदियों से मिलने के लिए नही लगनी होगी लंबी लाइन

वाराणसी: जिला जेल में बंद कैदियों के मुलाकातियों को अब लंबी लाइन लगाने और जल्दी पहुंचने के झंझट से मुक्ति मिल गई है। शासन की जिला जेल में ई-परिजन व्यवस्था लागू कर दी गई है। इससे मुलाकाती घर बैठे ही मुलाकात के लिए अपना स्लॉट बुक कर सकेगा और उस समय पहुंचकर बंदी से मिल सकेगे।


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बंदियों से मुलाकात हुई आसान

इस संबंध में जिला जेल अधीक्षक उमेश कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि शासन के निर्देश के क्रम में जिला कारागार चौकाघाट को भी अब ई-प्रिजन व्यवस्था से जोड़ दिया गया है। इस वेबसाइट पर बंदियों के मुलाकाती मोबाइल से ही लॉगिन करके ई-मुलाकात या न्यू रजिस्ट्रेशन पर जाकर ऑनलाइन पर्ची बनवा सकते हैं। ऑनलाइन पर्ची यहां आकर दिखानी होगी जिसके बाद उन्हें इंट्री मिलेगी। इस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में टाइम स्लॉट भी होगा जिसे सिलेक्ट करना होगा।

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अब नहीं लगाना होगा सुबह 7 बजे से लाइन

जिला जेल अधीक्षक ने बताया कि सोमवार को इस व्यवस्था से एक बंदी से उसके परिजन ने मुलाकात की है। वह दस बजे के बाद पहुचे और उसकी ई-पर्ची देखने के बाद उसे सीधे इंट्री दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले मुलाकातियों को सुबह 7 बजे आकर जेल के बाहर लाइन लगाने होती थी पर अब उन्हें लाइन लगाने की जरूरत नहीं। इसके लिए दूर-दराज के मुलाकातियों को कभी-कभी एक दिन पहले बनारस आकर रुकना पड़ता था। अब यह प्रक्रिया आसान हो गई है।

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यह है पूरी प्रक्रिया

जिला जेल की ई-प्रिजन व्यवस्था का लाभ लेने के लिए बंदियों के मुलाकातियों को मोबाइल या लैपटॉप से ई-प्रिजन वेबसाइट पर जाना होगा। यहां ई-मुलाकात या न्यू रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करने पर नयी विंडो खुलेगी। इसमें विजिटर विवरण के कालम में मुलाकाती का विवरण और बंदी का नाम भरकर फिजिकल बॉक्स में समिट करने पर मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा। इसके बाद उसे भरकर ओके करने पर एक रिफ्रेंस नंबर मिलेगा। उसे इंटर ओर रजिस्ट्रेशन नंबर वाले कॉलम में भरकर क्लिक करेंगे तो कारागार से स्वतः स्वीकृति मिल जाएगी। इसके बाद मुलाकाती पर्ची निकालकर मुलाकात काउंटर से संपर्क कर मुलाकात कर सकेगा।

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