वाराणसी: राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम हैI माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आवाहन पर 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा गया है| इस क्रम में बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में पीडियाट्रिक टीबी की पहचान हेतु जनपद स्तरीय टीओटी का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का उद्देश्य, बच्चों में टीबी की समय पर पहचान, जांच, निदान एवं उपचार को मजबूत करना है जिससे अधिक से अधिक बच्चों को क्षय रोग से बचाया जा सके| राज्य स्तर से आये ट्रेनर शैलेंद्र उपाध्याय द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया| इस प्रशिक्षण का आयोजन राज्य स्तर से नामित वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर संस्था द्वारा किया गया| हम सब मिलकर टीबी मुक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं| इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने दी।
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सीएमओ ने बताया कि पिछले 6 महीने में 630 बच्चे खोजे गये, जिसमें 147 बच्चे उपचार के उपरांत स्वस्थ हो गये हैं, वह अपना जीवन सामान्य रूप से व्यतीत कर रहे हैं उनका परिवार भी खुश है| इसके अलावा 483 बच्चों का इलाज चल रहा है| उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों में टीबी का समय से पता लगाना अभी भी एक बड़ी चुनौती है। बच्चों में टीबी रोकने तथा समय से पहचान कर इलाज शुरू करने हेतु जिले में एक दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स का आयोजन किया गयाI किया। उन्होंने बताया कि टीबी का इलाज संभव है, सही समय पर इसका उपचार करवाया जाये और समय से दवाइयों का सेवन किया जाये तो क्षय रोगी आसानी से स्वस्थ हो सकते हैं।
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जिला क्षय रोग अधिकारी एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ पीयूष राय ने बताया कि प्रशिक्षण में बच्चों में टीबी की पहचान, जांच, निदान एवं उपचार पर विस्तार से जानकारी दी गई| उन्होंने बताया कि अभी कुछ बच्चे टीबी जांच और उपचार से वंचित रह जाते हैं इसका प्रमुख कारण समसामयिक रेफरल की कमी, जागरूकता का अभाव एवं प्रारंभिक लक्षणों की अनदेखी है। उन्होंने यह भी बताया कि समय पर रेफरल प्रणाली को मजबूत करने से इन बच्चों को उचित उपचार मिल सकता है। जिसके लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और जनपद स्तरीय चिकित्सालय में यह कार्क्रम आयोजित किया जा चुका है।
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इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का संचालन डीपीसी अनीता सिंह द्वारा किया गया। प्रशिक्षण में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉक्टर संजय राय, ब्लॉक स्तरीय राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के मेडिकल ऑफिसर, एकीकृत बाल विकास सेवा विभाग से सीडीपीओ, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डॉ संतोष कुमार सिंह तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी व मैनेजर उपस्थित रहेI।
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