Latest News

Tuesday, April 08, 2025

बुजुर्गों के 49,891 आयुष्मान कार्ड बनाकर वाराणसी प्रदेश में अव्वल

वाराणसी: 70 वर्ष से अधिक आयु  के बुजुर्ग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत अनुबंधित सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में आयुष्मान कार्ड से इलाज करा सकते हैं. सरकार प्रधानमंत्री वय वंदन योजना के अंतर्गत 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को आयुष्मान कार्ड जारी कराकर मुफ्त इलाज का लाभ दे रही है| यदि कार्ड नहीं बना है तो अस्पताल में इसकी जानकारी देते हुये आयुष्मान कार्ड तुरंत बनवा सकते हैं,  बशर्ते लाभार्थी का मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो| इस योजना में अनुबंधित चिकित्सालय बुजुर्गो से आयुष्मान कार्ड होने की जानकारी अवश्य प्राप्त करें तथा उनको इस योजना का लाभ उपलब्द्ध करायें| इसमें कोई अनुबंधित चिकित्सालय लापरवाही ना बरतें| इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने दी.


यह भी पढ़ें: हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में साइबर सुरक्षा विषयक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

सीएमओ ने बताया कि 49,891 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाकर प्रदेश में लगातार प्रथम स्थान पर काबिज है| आयुष्मान कार्ड धारक इस योजना के तहत पांच लाख रुपये तक की नि:शुल्क उपचार की सुविधा किसी भी पंजीकृत अस्पताल में भर्ती होकर ले सकते हैं। स्वास्थ्य सेवायें सभी वरिष्ठ नागरिकों तक पहुँचाने के लिए सरकार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में विशेष ध्यान दे रही है, इसी के तहत 70 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है, सभी को उत्तम स्वास्थ्य सेवायें मिलें, सरकार की यही मंशा है| उन्होंने बताया कि बुजुर्ग अपना आयुष्मान कार्ड आयुष्मान एप से स्व पंजीकरण के माध्यम से अथवा पंचायत सचिवालय में पंचायत सहायक, आयुष्मान मित्र, जनसेवा केंद्र  या आयुष्मान आरोग्य मंदिर में सीएचओ, कोटेदारों और आशा कार्यकर्ता के माध्यम से भी बनवा सकते हैं। 

यह भी पढ़ें: नशे की लत और नशे का व्यापार देश के युवाओं को बर्बादी के अंधेरे में धकेल रहा

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल डॉ. एसएस कनौजिया ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को चिकित्सालय में भर्ती होने पर इलाज में लाभ दिया जाता हैं| 23 सितम्बर 2018 से अब तक 4,45,358 मरीजों का इलाज हो चुका है| जिसमें 1,28,552  मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों में तथा प्राइवेट अस्पतालों में 3,16,806 मरीजों का इलाज हो चुका है.

यह भी पढ़ें: सीएम योगी को 10 अप्रैल को जान से मारने की धमकी, रजिस्ट्री भेजकर एसपी को दी खुली चुनौती

No comments:

Post a Comment