Latest News

Friday, April 25, 2025

जनपद वाराणसी के मलेरिया उन्मूलन की ओर बढ़ते कदम- सीएमओ

वाराणसी: देश को वर्ष 2030 तक मलेरिया से मुक्त करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मलेरिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम “Malaria ends with us: Reinvest, Reimagine,Reignite" है। जनपद में इस दिन हॉट स्पॉट क्षेत्रों में बुखार की जांच हेतु व्यापक कैंप आयोजित किए जाएंगे। विद्यालयों में बच्चों को विशेषकर प्रार्थना सभा में मलेरिया रोग से बचाव की जानकारी दी जाएगी। माह अप्रैल में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान भी चलाया जा रहा है। वेक्टर जनित रोग से बचाव हेतु अंतर्विभागीय गतिविधियां चल रही हैं। इसकी जानकारी *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी* ने दी।


यह भी पढ़ें: करणी सेना के सदस्यों पर प्राणघातक हमला करने के मामले में सपा नेता हरिश मिश्रा को मिली जमानत

सीएमओ ने बताया कि आशा के द्वारा इस दिन घर-घर भ्रमण कर घरों के अंदर मच्छर जनित परिस्थितियों की जांच एवं श्रोत विनस्टीकरण का कार्य किया जायेगा। आबादी के अनुसार मच्छरों का घनत्व जितना कम होगा लोग मलेरिया से उतने ही अधिक सुरक्षित होंगे। इसके चलते ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को नष्ट कराया जा रहा है। एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिंग भी कराई जा रही है। मलेरिया की पहचान कर मरीज को 14 दिन का उपचार दिया जायेगा। इस तरह जनपद वाराणसी मलेरिया उन्मूलन की तरफ अग्रसर हो रहा है। 

यह भी पढ़ें: वाराणसी में गंगोत्री सेवा समिति द्वारा प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर विशेष शांति पाठ एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

जिला मलेरिया अधिकारी शरत चंद्र पांडेय ने बताया कि जनपद वाराणसी में मलेरिया उन्मूलन हेतु चार स्तरों पर कार्य हो रहा है। एक्टिव एप्रोच के अंतर्गत आशा द्वारा घर-घर फीवर ट्रैकिंग की जा रही है। पैसिव एप्रोच के तहत ओपीडी में आने वाले समस्त मरीजों की बुखार की जांच की जाती है। मास कॉन्टैक्ट एप्रोच के तहत पॉजिटिव पाए गए मरीज के घर के आस-पास 50 घरों में फीवर ट्रैकिंग की जाती है। चौथा कैंप एप्रोच है जिसके तहत हॉट स्पॉट एरिया में साप्ताहिक कैंप लगाकर बुखार के मरीजों का मलेरिया टेस्ट किया जा रहा है। इन सबका परिणाम हुआ है की वर्ष 2022 में मलेरिया की जांच 1,16,536 थी और पॉजिटिव 69 लोग पाये गये थे वहीँ वर्ष 2023 में 1,67,000 टेस्ट में 23 मलेरिया रोगी पाए गये। वर्ष 2024 में 2,29,000 टेस्ट में मात्र 13 मलेरिया रोगी पाए गये। इस प्रकार एक तरफ जहाँ सर्विलेंस बढ़ाया गया वहीं मलेरिया संक्रमण का प्रतिशत कम होता जा रहा है।

यह भी पढ़ें: पहलगाम हमला में शामिल तीन आतंकियों के नाम के साथ स्केच जारी, जनता से सुराग देने की अपील

No comments:

Post a Comment