वाराणसी: भारत सरकार के गृह मंत्रालय के साइबर जागरूकता संबंधी निर्देशों और पुलिस आयुक्त के आदेश के क्रम में, हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में "साइबर सुरक्षा" विषयक एक विशेष जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की थीम थी – “सजग नागरिक, सुरक्षित राष्ट्र।” कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के स्वर्गीय श्याम मोहन अग्रवाल कमेटी कक्ष में किया गया, जिसमें कॉलेज के शिक्षकगण और सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
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साइबर क्राइम थाना, वाराणसी की टीम ने साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरों और उनके बचाव के उपायों की जानकारी दी। प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह और एएसआई श्याम लाल गुप्ता ने बताया कि "आज का युवा जितना सोशल मीडिया पर सक्रिय है, उतना ही साइबर ठगों के निशाने पर भी है। एक छोटी सी लापरवाही आपकी पहचान, पैसा और डाटा को खतरे में डाल सकती है।" उन्होंने फेक जॉब ऑफर, लॉटरी स्कैम, फर्जी हेल्पलाइन नंबर, इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर फ्रॉड, और डीपफेक तकनीक जैसी नई साइबर ठगी विधियों के बारे में विस्तार से बताया।
प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह ने साइबर ठगी से कैसे बचें और उपाय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अनजान नंबर की कॉल न उठाएं, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, किसी को OTP, बैंक डिटेल्स, आधार या लोकेशन न भेजें, धमकी मिलने पर डरें नहीं, पुलिस को सूचना दें, ऐप डाउनलोड करते समय उसकी परमिशन, रिव्यू जरूर चेक करें और समय-समय पर सॉफ्टवेयर अपडेट करते रहें. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि साइबर अपराध की शिकायत कहां और कैसे करना है. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में सबसे पहले टोल फ्री नंबर: 1930 पर फ़ोन करें उसके साथ साथ ऑनलाइन पोर्टल: www.cybercrime.gov.in भी अपनी शिकायत दर्ज करवाए उसके बाद नजदीकी साइबर थाना या पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें.
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