वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस) में निवारक और सामाजिक चिकित्सा (पीएसएम) विभाग के विभागाध्यक्ष और संकाय तथा जिला टीकाकरण कार्यालय, राज्य टीकाकरण कार्यालय, जेएसआई और यूएनडीपी अधिकारियों के साथ आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। चर्चा मुख्य रूप से स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) और यूडब्ल्यूआईएन प्लेटफार्मों पर टीकाकरण डेटा की रिपोर्टिंग को मजबूत करने के साथ-साथ टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं (एईएफआई) और वैक्सीन-रोकथाम योग्य रोगों (वीपीडी) के मामलों के लिए रिपोर्टिंग तंत्र में सुधार पर केंद्रित थी। स्वास्थ्य विभाग और आईएमएस बीएचयू के साथ सभी पार्टनर एजेंसियों ने प्रतिभाग कर कुशल टीकाकरण, डेटा रिपोर्टिंग और प्रशिक्षण के मद्देनजर विशेष रणनीति पर चर्चा की.
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इसके अलावा, बीएचयू में नियमित टीकाकरण (आरआई) प्रशिक्षण के लिए एक समर्पित हब की स्थापना पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य पेशेवरों की क्षमता निर्माण को बढ़ाना, बेहतर टीकाकरण कवरेज और डेटा सटीकता सुनिश्चित करना है। बैठक अत्यधिक प्रभावी एवं महत्वपूर्ण रही, जिसमें प्रमुख कार्य बिंदुओं पर स्वास्थ्य विभाग, आईएमएस बीएचयू के साथ सभी पार्टनर एजेंसियों की आपसी सहमति बनी। अगले कुछ महीनों में सुव्यवस्थित प्रक्रियाओं को लागू किया जाएगा, जिससे जनपद स्तर पर टीकाकरण के मानकों को पूरा करेंगे जिससे गुणवत्तापूर्ण टीकाकरण को और मजबूती मिलेगी।
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इस बैठक में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अजय गुप्ता, एचओडी पीएसएम विभाग डॉ संगीता कंसल, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मौर्या, स्टेट लीड, जेएसआई, डॉ आशीष मौर्या, अर्बन आरआई प्रोग्राम स्पेशलिस्ट डॉ रीतेश, प्रोग्राम आफिसर जेएसआई डॉ रवि मोहन, यूएनडीपी से डॉ राहुल तथा संकाय के लोग उपस्थित रहे.
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