गाजीपुर: गाजीपुर जिला जेल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। जेल में कैदियों को अवैध रूप से मोबाइल से कॉल कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जांच में पता चला कि जेल के भीतर से निजी नंबरों के जरिए फोन किए जा रहे थे, जिससे अवैध गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा था।
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जांच में हुआ बड़ा खुलासा
जेल से धमकी भरे ऑडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए। डीएम गाजीपुर ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि जेल में बाकायदा PCO की तर्ज पर अवैध कॉलिंग हो रही थी। इस खुलासे के बाद डीजी जेल ने जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवती देवी को निलंबित कर दिया।
जेल अधीक्षक पर भी गिरी गाज
डीएम-एसपी की संयुक्त जांच रिपोर्ट में जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश शासन से की गई है।
कैसे हुआ खुलासा?
डीएम ने बताया कि पिछले दिनों जेल से एक धमकी भरा ऑडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद प्रशासन ने जांच शुरू की। जांच में पुष्टि हुई कि कैदियों को अवैध रूप से फोन की सुविधा दी जा रही थी।
प्रशासन का सख्त रुख
गाजीपुर जेल में चल रही इस अवैध कॉलिंग को लेकर प्रशासन अब बेहद सख्त है। आगे की जांच में अगर और अधिकारियों-कर्मचारियों की संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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