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Friday, March 07, 2025

जनपद के केंद्रों पर पिछले तीन महीने में 96,555 बच्चों का किया गया टीकाकरण

वाराणसी: शहरी क्षेत्र के बच्चों में टीकाकरण को गति देने के लिए शुक्रवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अजय गुप्ता की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बोलते हुये राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अजय गुप्ता ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाने की आवश्यकता है, इसके लिए सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं एवं पार्टनर एजेंसी को साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है. इसे सिटी टास्क फोर्स के साथ समन्वय तथा बीडबल्यूआर रिव्यु के माध्यम से बढ़ाया जा रहा है. इसके लिए शहरी क्षेत्र में जेएसआई संस्था द्वारा तकनीकी सहयोग दिया जा रहा है.


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जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मौर्या ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने नियमित टीकाकरण की रफ्तार को और बढ़ा  दिया  है। वास्तव में शिशुओं और बच्चों को विभिन्न रोगों और बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण जरूरी है। नियमित टीकाकरण को छोड़ना नवजात, शिशुओं और बच्चों के लिए जानलेवा हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जच्चा-बच्चा को नियमित टीकाकरण के तहत ग्यारह तरह के टीके लगाए जाते हैं। आउट रीच सत्रों पर बुधवार और शनिवार को नियमित टीके लगाए जाते हैं।

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जनपद के केंद्रों पर पिछले तीन महीने में 96555 बच्चों का टीकाकरण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जच्चा-बच्चा को नियमित टीकाकरण के तहत ग्यारह तरह के टीके लगाए जाते हैं। शहरी केन्द्रों में बारह जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए ग्यारह तरह के टीके लगाये जा रहे हैं इसमें पहला हेपेटाइटिस बी बर्थ डोज ( जन्म के 24 घंटे के अन्दर) बीसीजी जो टीबी से बचाव के लिए लगाया जाता है। दूसरा पोलियो शून्य डोज, चौथा पेंटा डोज लगाया जाता है। यह पांच तरीके के वायरस से बचाव करता है। इसमें काली खांसी, टिटनेस, गला घोटूं, निमोकोकल (दिमागी बुखार) का लगाया जाता है। पांचवां रोटा डायरिया से बचाव को लेकर लगाया जाता है। छठवां आइपीवी वैक्सीन पोलियो  होने से रोकता है। सातवां पीसीवी निमोनिया होने से बचाव करता है। आठवां एमआर जो मीजेल्स, रुबेला, छोटे चेचक से बचाव करता है। नौवां डीपीटी (डिप्थीरिय, पर्टुसिस, टिटनेस एवं हिब बी) गला घोटू, टिटनेस और काली खांसी से सुरक्षित रखता है। दसवां टीडी (टिटनेस डिप्थीरिया) जो गर्भवती महिलाओं किशोर-किशोरियां 16 वर्ष तक को लगाया जाता है।  

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इस अवसर पर शहरी  क्षेत्र के सभी एमओआईसी, आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सभी सीएचओ जेएसआई संस्था के स्टेट टीम लीड डॉ आशीष मौर्या, स्टेट मैनेजर डॉ रीतेश, प्रोग्राम ऑफिसर डॉ रवि, दिल्ली आफिस से डॉ एलन, अर्बन कोऑर्डिनेटर मणिशंकर, डब्लूएचओ से डॉ चेल्सिया, डॉ सतरूपा सेन, रीजनल कोऑर्डिनेटर, प्रदीप विश्वकर्मा , यूनिसेफ से डॉ. शाहिद, अलोक राय, यूएनडीपी स्टेट से डॉ राहुल शर्मा, प्रोग्राम ऑफिसर  डॉ. आशुतोष मिश्रा, अरविन्द मिश्रा तथा  वीसीसीएम रीना वर्मा उपस्थित रहीं.

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