वाराणसी: जनपद में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग और अमर उजाला की ओर से हीमोग्लोबिन जांच कैंप का आयोजन किया गया। इस क्रम में महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जिले के सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर हीमोग्लोबिन की जांच की गई। इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने दी.
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सीएमओ ने बताया कि जनपद के जिला अस्पताल सहित सभी शहरी तथा ग्रामीण पीएचसी एवं सीएचसी में लगभग 10,000 महिलाओं के हीमोग्लोबिन की जाँच की गई, जिसमें लगभग 500 महिलाएं एनीमिक पाई गई| स्वस्थ रहने के लिए शरीर में हीमोग्लोबिन का मानक के अनुरुप होना बहुत जरूरी होती है। प्राय: यह देखा जाता है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी पाई जाती है, इसलिए महिलाओं को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए| महिलाओं को जागरूक करने के लिए ही अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हीमोग्लोबिन जाँच कैम्प का आयोजन किया गया|.
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अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके मौर्या ने बताया
महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा 11 ग्राम प्रति 100 एमएल ब्लड और पुरुषों में 12 ग्राम प्रति 100 एमएल ब्लड और उससे अधिक होना चाहिए। इससे कम होने पर एनीमियां का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए महिलाएं अवश्य सतर्क रहें| अगर समय-समय पर हीमोग्लोबिन की जांच करवाते रहा जाए तो सेहत को कोई नुकसान नहीं होता है।
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