लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए इन्वेस्ट यूपी के CEO और वरिष्ठ IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है। साथ ही, उद्यमी से रिश्वत मांगने वाले बिचौलिए को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामला एक उद्यमी द्वारा सोलर इंडस्ट्री लगाने के लिए किए गए आवेदन से जुड़ा है, जिसमें रिश्वतखोरी की शिकायत सामने आई थी। आरोप है कि उद्यमी से कमीशन मांगा गया था, जिसकी सूचना सरकार तक पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
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IAS अभिषेक प्रकाश का कार्यकाल
अभिषेक प्रकाश इससे पहले लखनऊ के जिलाधिकारी रह चुके हैं। उनके कार्यकाल में सरोजनीनगर क्षेत्र में डिफेंस कॉरिडोर की जमीन का अधिग्रहण हुआ था। इन्वेस्ट यूपी में CEO के रूप में उनकी भूमिका राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उन्हें अब निलंबित कर दिया गया है।
सरकार का सख्त संदेश
उत्तर प्रदेश सरकार लगातार भ्रष्टाचार के मामलों में "जीरो टॉलरेंस पॉलिसी" अपनाए हुए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि सरकारी पदों पर बैठे किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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आगे की कार्रवाई
इस मामले की गहन जांच की जा रही है, और सरकार आगे भी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के संकेत दे चुकी है। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार की अनियमितता सामने आने पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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