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Wednesday, February 12, 2025

महाकुंभ, गंगा स्‍नान और संत रविदास जयंती... भीड़ के तिहरे दबाव से वाराणसी में जाम हुआ विकराल

वाराणसी: धर्म नगरी काशी में भीड़ का तिहरा दबाव बनने से मंगलवार को जाम का विकराल रूप दिखाई दिया। एक तरफ प्रयागराज से लौट रहे तीर्थयात्रियों का सैलाब थम नहीं रहा तो दूसरी तरफ माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने आने वाले श्रद्धालु तथा संत रविदास जयंती में शामिल होने आए लाखों श्रद्धालुओं का रेला है।


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हर सड़क और हर गली ठसाठस रही। सभी प्रकार के वाहन, यहां तक कि ऑटो और ‍-रिक्शा पर प्रतिबंध के बाद भी दशाश्वमेध घाट से लेकर गोदौलिया चौराहा होते हुए काशी विश्वनाथ धाम और आगे मैदागिन तक पैदल चलना भी दूभर रहा। हर तरफ केवल लोगों के सिर ही सिर दिख रहे थे।

ट्रेन में रिजर्व सीट तक नहीं पहुंच पा रहे यात्री

धाम के गंगा द्वार की ओर घाटों पर श्रद्धालुओं का अंतिम छोर ड्रोन से ही देखना संभव हुआ। पर्यटकों से सभी घाट पटे पड़े हैं। वहीं, रेलवे स्टेशन के बाहर भी भीषण जाम लगा है तो ट्रेनों में भीड़ ऐसी कि किराया देने के बावजूद एसी और स्लीपर के यात्री कोच में सवार तक नहीं हो पा रहे हैं। किसी तरह कोच में चढ़ने का मौका मिल गया तो फर्श पर या फिर टॉयलेट के पास यात्रा करने को मजबूर हैं। विश्वनाथ धाम के आसपास बसे पक्का महाल (पुरानी काशी) की गलियों में रहने वाले लोग तो लगातार चौथे दिन घरों में ही कैद होकर रह गए हैं। बच्चों के लिए दूध और सब्जी खरीदने को बाहर निकलने के प्रयास में धक्कामुक्की होती रही।

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माघी पूर्णिमा पर सबसे बड़ी जुटान

महाकुंभ के पलट प्रवाह में मंगलवार को और 15 लाख तीर्थयात्री तो संत रविदास जयंती में शामिल होने के लिए पंजाब से ही पांच लाख श्रद्धालु काशी पहुंचे हैं। इसके साथ ही माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने के लिए वाराणसी के आसपास जिलों से सिर पर गठरी-बैग लादे लोगों का सुबह से ही आना जारी रहा। श्रद्धालुओं से पिछले 36 घंटे से प्रयागराज हाईवे पर वाहनों के पहिए थमे हैं। करीब 20 किलोमीटर तक जाम लगा हुआ है। शहर के सभी प्रवेश मार्गों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा है।

क्राउड मैनेजमेंट में लगाए गए अधिकारी

ऐसे में बुधवार को माघी पूर्णिमा के दिन काशी में श्रद्धालुओं की सबसे बड़ी जुटान होगी। करीब 40 लाख श्रद्धालुओं के रहने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए नए सिरे से कवायद शुरू की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद काशी की सड़कों पर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल समेत 10 आईपीएस, तीन जोन के एडीसीपी समेत 17 पीपीएस अधिकारी सड़क पर उतरे हुए हैं। इसके अलावा डीएम और कमिश्नर समेत 5 आईएएस, और 11 पीसीएस अफसर भी भीड़ नियंत्रण में लगे हुए हैं।

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नाव संचालन पर रोक

प्रशासन ने मंगलवार की शाम से नावों के संचालन पर रोक लगा दी। जल पुलिस की ओर से अनाउंस कर नाव संचालकों को सख् चेतावनी दी गई। बता दें कि सोमवार को दशाश्वमेध घाट पर आरती देखने के लिए तीन लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे। इनमें आधे श्रद्धालु नावों पर सवार रहे।

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