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Sunday, February 09, 2025

ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने के झांसे में 80 लाख की साइबर ठगी, तीन गिरफ्तार

वाराणसी: साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 80 लाख रुपये की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद और मैनपुरी के रहने वाले आरोपियों की पहचान दीपक कुमार, कुनाल विश्वास और भानू प्रताप के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 19 मोबाइल, तीन लैपटॉप, तीन कंप्यूटर, एक कंपनी डेटा शीट, दो पेन ड्राइव, एक वाई-फाई, एक लैंडलाइन टेलीफोन, एक डोंगल, चार सिम और 20,690 रुपये बरामद किए हैं। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें जेल भेज दिया गया।


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यह मामला सारनाथ थाना क्षेत्र के अखिलेश कुमार पांडेय के साथ घटित हुआ, जिन्होंने 17 जनवरी को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अपराधियों ने उनका डेटा नौकरी प्रोवाइडर कंपनी से लेकर इंडीड कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर उनसे संपर्क किया। इसके बाद, आरोपी ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और 80 लाख रुपये की ठगी की। साइबर क्राइम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव, राजकिशोर पांडेय और दीनानाथ यादव शामिल थे। पुलिस ने डिजिटल फुटप्रिंट और बैंक खातों के जरिए तीन आरोपियों को पहचान कर गिरफ्तार किया।

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गिरोह का सरगना 12वीं पास, एक इंस्टीट्यूट चलाता है

एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव ने बताया कि गिरोह का सरगना दीपक कुमार 12वीं पास है, जबकि भानू बैंक खातों का संचालन करता है और कुनाल साइबर क्राइम इंस्टीट्यूट चलाता है। आरोपियों ने नोएडा के सेक्टर-10 में एक कॉल सेंटर स्थापित किया था, जहां वे टाइम्स जॉब इंटरनेट (कूल बूट मीडिया) और वर्क इंडिया से अवैध तरीके से नौकरी खोजने वालों का डेटा प्राप्त करते थे। फिर, उन नौकरी खोजने वालों को विभिन्न विदेशी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे।

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इसके बाद, वे फर्जी ऑफर लेटर, इंटेंट लेटर और इंटरव्यू लेटर भेजकर पैसे और टैक्स के नाम पर कथित कंपनी के म्यूल बैंक खातों में पैसे मंगवाते थे। साइबर अपराधी अपनी पहचान छिपाने के लिए म्यूल बैंक खातों और फर्जी सिम कार्ड्स का इस्तेमाल करते थे।

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