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Saturday, January 11, 2025

सांस्कृतिक धरोहर व आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा महाकुंभ- डा. दयाशंकर मिश्र "दयालु"

  • महाकुंभ-2025 में आयुर्वेद और होम्योपैथिक चिकित्सालयों से मिलेगा श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य लाभ
  • प्रदेश के विभिन्न जिलों से की गयी चिकित्सकों की तैनाती, नोडल अधिकारी को सौंपी गयी जिम्मेदारी
  • महाकुम्भ के दौरान आयोजित होंगे योग शिविर, दिल्ली से आएगी टीम
  • प्रदेश के आयुष मंत्री स्वयं करेंगे मॉनिटरिंग


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वाराणसी: 12 वर्षों के बाद प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अद्वितीय प्रतीक बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने कहा कि महाकुंभ 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में डिजिटल युग का अद्भुत उदाहरण बनाने की योजना है। स्नान, ध्यान, ठहरने और चिकित्सा जैसी सुविधाओं को तकनीकी और आधुनिक दृष्टिकोण से व्यवस्थित किया गया है। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विविधता और "वसुधैव कुटुंबकम" के दर्शन को समर्पित है। मंत्री डॉ "दयालु" ने कहा कि महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करेगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता को भी वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा। उन्होंने बताया कि इस महाआयोजन में श्रद्धालुओं के लिए आयुर्वेद और होम्योपैथिक चिकित्सा सुविधाओं का विशेष प्रबंध किया गया है।

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उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र "दयालु" शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्र-प्रतिनिधियों से प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि आयुष के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, देश का अग्रणी प्रदेश है। महाकुंभ ऐसा यज्ञ है, जिसमे सभी की आहुति समाहित हैं। महाकुम्भ में 6 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था किया गया है। 27 हजार सीसी टीवी कैमरे से पूरे मेला क्षेत्र के कोने-कोने पर नज़र रखी जा रही है। वर्तमान में प्रदेश में इंटीग्रेटेड अस्पताल बनाया जा रहा है। जिसमें आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व यूनानी सभी विद्या की चिकित्सा एक ही परिसर में मिलेगा। इस बार का महाकुम्भ नव्य, भव्य, डिजिटल एवं ऐतिहासिक होगा। स्वच्छता के दृष्टिगत भी यह महत्वपूर्ण रहेगा। 24 सेक्टर में मेला को विभाजित किया गया है। साधु संतों का आयुर्वेदिक दवाओं में पहले से ही आस्था है। 24×7 डाक्टरों की उपस्थिति रहेगी। वे मेला में ही ओपीडी करेंगे। 

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उन्होंने कहा कि सनातन आस्था के महापर्व महाकुम्भ में आयुष (होम्योपैथी व आयुर्वेद) चिकित्सा पद्धति अपनी पूरी क्षमता के साथ महापर्व में आये हुए समस्त श्रद्वालुओं की सेवा हेतु तत्पर है। इस आयोजन हेतु मेला क्षेत्र में कुल 20 अस्थाई चिकित्सालयों की स्थापना की गयी है, जिसमें 10 होम्योपैथी के तथा 10 आयुर्वेद के चिकित्सालय है ये चिकित्सालय सम्पूर्ण मेला अवधि तक पूर्ण क्षमता से संचालित होगे। इस हेतु 40 चिकित्साधिकारी (होम्योपैथ ), 28 चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद) 50 से अधिक फार्मासिस्ट तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ड्यूटी विभिन्न अस्थाई चिकित्सालयों में लगाई गयी है, इसके साथ ही आयुर्वेद एवं होमियो पैथिक चिकित्सालयों की मुकम्मल व्यवस्था हेतु डॉ मनोज कुमार सिंह एवं डॉ अखिलेश चंद्रभान सिंह को Also अधिकारी बनाया गया है जो पूर्ण मनोयोग श्रद्वा व समर्पण से श्रद्वालुओं की सेवा हेतु प्रतिबद्ध है। इन चिकित्सालयों के अतिरिक्त चिकित्साधिकारियों की टीम जन मानस में आयुष जागरुकता हेतु तथा आयुष विधा से उपचार हेतु, बडे आध्यामिक पण्डालों में चिकित्सा कैम्प का भी आयोजन करेगी। 

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आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र "दयालु" ने कहा कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार, नेशनल आयुष मिशन तथा आयुष विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में, आयुष विधा के प्रचार-प्रसार हेतु, नेशनल मेडिसिनल प्लान्ट बोर्ड, इन चिकित्सलयों में विभिन्न औषधीय पौधों का प्रदर्शन व उनके औषधीय प्रयोग क जानकारी देगा, साथ ही साथ आगन्तुक कृषकों के साथ समन्वय स्थापित कर, औषधीय पौधों की खेती तथा उनके विपणन की जानकारी प्रदान करेगा। स्वस्थ जीवन शैली में योग के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, नई दिल्ली की 05 सदस्यीय विशेषज्ञ (योग) टीम मेले में योग प्रदर्शन आयेगी, जो मेले के प्रमुख सांस्कृतिक व धार्मिक पण्डालों में योग प्रदर्शन के साथ-साथ आयुष चिकित्सालयों में भी योग प्रदर्शन करेंगी। इस महापर्व में आयुष विभाग पुर्ण्य अर्जन के साथ स्वास्थ्य अर्जेन के उद्देश्य पर अपनी पूरी क्षमता व समर्पण के साथ कार्य करते हुए, महाकुम्भ 2024-25 के सफल आयोजन में अपनी सार्थक भूमिका का निर्वहन करने हेतु तत्पर है।

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महाकुम्भ में यहां बनाये गए आयुर्वेद के चिकित्सालय'

सेक्टर 2-काली फ्लाईओवर लिंक मार्ग परेड ग्राउंड, सेक्टर 6 नागवासुकी एवं कैलाशपुरी मार्ग चौराहे पर, सेक्टर 8 कैलाश पुरी मार्ग, अनंत माधव मार्ग चौराहे पर सेक्टर कार्यालय के बगल में, सेक्टर 9 बजरंग दास मार्ग, सेक्टर 13 हर्षवर्धन मार्ग, गंगेश्वर मार्ग चौराहे के दक्षिण पूर्वी पटरी पर, सेक्टर 16 हर्ष वर्धन मार्ग, अनंत माधव मार्ग चौराहे के दक्षिण पूर्वी पटरी पर, सेक्टर 17 नागवासुकी मार्ग अन्नपूर्णा मार्ग चौराहे के उत्तर पश्चिम कोने पर, सेक्टर 18 संगम लोवर पूर्वी पटरी सूरदास मार्ग चौराहे के दक्षिण, सेक्टर 21 संगम लोवर पूर्वी, सेक्टर 24 अरैल सोमेश्वर महादेव मंदिर के पास, महाकुम्भ में यहां बनाये गए होमियोपैथ चिकित्सालय सेक्टर 01 काली मार्ग, सेक्टर 06 नागवासुकि अनंत माधव मार्ग, सेक्टर 09 गदा माधव मार्ग, सेक्टर 9 B, बजरंग दस मार्ग, सेक्टर 3 हर्षवर्धन मार्ग, सेक्टर 16 हर्षवर्धन मार्ग, सेक्टर 17 संगम लोअर पूरब, सेक्टर 18 संगम लोअर पुरब, सेक्टर 21 संगम लोअर परब, सेक्टर 23 संकट मोचन रोड, अरैल पर।

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