वाराणसी: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के बैनर तले संघर्ष समिति के आह्वान पर आज बिजली कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और अभियन्ताओं ने प्रदेश के समस्त जिलो की भांति बनारस के बिजलिकर्मियो ने भिखारीपुर स्थित हनुमानजी मंदिर पर विरोध सभा करते हुए हनुमानजी मंदिर से प्रबन्ध निदेशक कार्यालय तक तय कार्यक्रम के अनुसार एक विशाल कैंडल मार्च/मोमबत्ती जुलूस निकाला।
यह भी पढ़ें: महाकुंभ की भीड़ से हाउसफुल हुई काशी, सड़कों पर उतरे अधिकारी
सभा को संबोधित करते हुए मायाशंकर तिवारी ने बताया कि मोमबत्ती जुलूस के माध्यम से बिजली कर्मियों ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रति अपना विरोध दर्ज किया पावर कारपोरेशन प्रबन्धन पर आरोप लगाया है कि प्रबन्धन जानबूझ कर मौनी अमावस्या स्नान के पहले कर्मचारियों पर कार्यवाही करने का आदेश जारी कर अनावश्यक तौर पर औद्योगिक अशान्ति का वातावरण बना रहा है।
संघर्ष समिति के सहसंयोजक रामकुमार झा ने प्रयागराज के सभी बिजली कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे 30 जनवरी तक कोई आन्दोलन नहीं करेंगे और पूरी तरह महाकुंभ में बिजली व्यवस्था श्रेष्ठतम बनाये रखने में दिन-रात लगे रहें। सभा को संबोधित करते हुये विजय सिंह ने बताया कि 28 जनवरी को भी बिजली कर्मी समस्त जनपदों में विरोध सभा करने के बाद मोमबत्ती जुलूस निकालेंगे।
यह भी पढ़ें: कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने दी चेतावनी, वाराणसी में 406 वक्फ संपत्तियां सरकारी जमीन पर
सभा को संबोधित करते हुये वेद प्रकाश राय ने कहा कि पावर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक ने आज सभी विद्युत वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशकों को निर्देश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सभा और मोमबत्ती जुलूस में भाग लेने वाले बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों की वीडियोग्राफी की जाये, उन्हें कोई छुट्टी न दी जाये और उन पर कार्यवाही की जाये। संघर्ष समिति ने कहा कि जब बिजली कर्मी भोजनावकाश के दौरान अथवा कार्यालय समय के उपरान्त शान्तिपूर्वक विरोध सभा कर रहे हैं तब उनकी वीडियोग्राफी करना और उन पर कार्यवाही करने का निर्देश पूरी तरह अलोकतांत्रिक और तानाशाहीपूर्ण है।
यह भी पढ़ें: सीएम ने गणतंत्र दिवस पर अपने सरकारी आवास पर फहराया तिरंगा, प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
संघर्ष समिति ने कहा कि बिजली कर्मी मौनी अमावस्या के स्नान को देखते हुए प्रयागराज में श्रेष्ठतम बिजली आपूर्ति दे रहे हैं। महाकुंभ एक सांस्कृतिक विरासत है जिसपर पूरे देश को गर्व है। महाकुंभ की व्यवस्था बनाये रखने में बिजली प्राणबिन्दु है। संघर्ष समिति ने महाकुंभ के महत्व को देखते हुए प्रयागराज के बिजली कर्मियों को निर्देश दिया है कि वे 30 जनवरी तक कोई आन्दोलन नहीं करेंगे और महाकुंभ की बिजली व्यवस्था का कीर्तिमान स्थापित करेंगे। संघर्ष समिति ने कहा है कि ऐसे समय बिजली कर्मियों की फोटोग्राफी करने और कार्यवाही करने के निर्देश अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण और भड़काने वाले कदम हैं। सभा की अध्यक्षता ई0 मायाशंकर तिवारी ने एवं संचालन सौरभ श्रीवास्तव ने किया। सभा को सर्वश्री ,ई0 विजय सिंह, ई0नरेंद्र वर्मा,विजय सिंह,वेदप्रकाश राय,रामकुमार झा, रमाशंकर पाल, अभय यादव, संतोष कुमार, जमुना पाल, मोनिका केशरी, अनिल कुमार, अंकुर पाण्डेय आदि ने संबोधित किया।
यह भी पढ़ें: बरियासनपुर महादेव में शान से फहरा तिरंगा, कैडेट हुए सम्मानित
No comments:
Post a Comment