- दुर्गाकुण्ड तालाब के सवंरने वाले है दिन
- क्यू0आर0 कोड चस्पा करने पर लापरवाही बरतने पर सम्बन्धित राजस्व निरीक्षक को निलम्बित करने के दिये निर्देश
- पूराने वार्डो में सर्वे कार्य में लापरवाही बरतने पर जल निगम को लगी कड़ी फटकार
वाराणसी: महापौर अशोक कुमार तिवारी व नगर अक्षत वर्मा ने स्मार्ट सिटी के मीटिंग सभागार में नगर निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में सबसे पहले दुर्गाकुण्ड तालाब के सौन्दर्यीकरण पर सम्बन्धित कार्यदाई संस्था मे0 Welspun Michigan Engineers Limited के द्वारा किये जाने वाले कार्यो का प्रस्तुतिकरण किया गया। मे0 Welspun Michigan Engineers Limited संस्था के द्वारा सी0एस0आर0 के अन्तर्गत अलने पॉच वर्ष तक दुर्गाकुण्ड तालाब के सौन्दर्यीकरण का कार्य कराया जायेगा, जिसके अन्तर्गत आधुनिक तकनीकी पद्धति से कुण्ड के पानी की निरन्तर शुद्धता बनाये रखने के साथ ही मछलियों एवं कछुओं के संरक्षण का कार्य किया जायेगा। कुण्ड के फव्वारों को सुसज्जित किया जायेगा। उक्त के अतिरिक्त प्रकाश की व्यवस्था की जायेगी, जिससे कुण्ड दिखने में भव्य एवं सुन्दर लगे। महापौर के द्वारा सम्बन्धित संस्था को तत्काल कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये।
महापौर के द्वारा बैठक में उपस्थित जल निगम के अधिकारियों के द्वारा किये जा रहे पुराने 18 वार्डो में सीवर लाइन के सर्वे के बारे में जानकारी चाही गयी। बैठक में उपस्थित जल निगम के सहायक अभियन्ता के द्वारा बताया गया कि 10 वार्डो में सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा पॉच वार्डो की डी0पी0आर0 तैयार कर ली गयी है। महापौर के द्वारा सहायक अभियन्ता से वार्डो के भौगोलिक स्थिति एवं उनके कार्य योजना के बारे में जानकारी चाही गयी, जिस पर सहायक अभियन्ता एवं उनके सर्वेयर को किये गये सर्वे के बारे में कोई जानकारी नही थी। जिस पर महापौर एवं नगर आयुक्त के द्वारा अत्यधिक गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जब जल निगम को वार्डो के भौगोलिक क्षेत्रों की जानकारी नही है, फिर उनके द्वारा किस आधार पर सर्वे का कार्य किया गया है, तथा भविष्य में मानक के अनुरूप कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया।
इस सम्बन्ध में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के द्वारा महाप्रबन्धक, जलकल को निर्देशित किया गया कि जल निगम के द्वारा किये गये सर्वे एवं उनके द्वारा बनाये गये डी0पी0आर0 का पुनरीक्षण करें, उसके पश्चात अग्रिम कार्यवाही की जायेगी, जिससे आम क्षेत्रीय नागरिकों को उसका लाभ प्राप्त हो सके। महापौर के द्वारा मुख्य अभियन्ता मोइनुद्दीन को निर्देशित किया गया कि नगर निगम सीमा क्षेत्र में कोई भी विभाग नगर निगम से बिना अनुमति प्राप्त किये कोई भी कार्य प्रारम्भ न करें, यदि किसी विभाग से एन0ओ0सी0 के लिये आवेदन किया जाता है तो प्राथमिकता के आधार पर उसका परीक्षण कर तत्काल अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाय।
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महापौर के द्वारा भवनों में लगाये जा रहे क्यू0आर0 कोड के प्रगति के बारे में जानकारी चाही गयी, जिस पर जानकारी प्राप्त हुई कि भेलूपुर जोन के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग बीस हजार क्यू0आर0 कोड मिले हैं, जो घरों में चस्पा नही किये गये हैं, जबकि भेलूपुर जोन के सभी राजस्व निरीक्षकों के द्वारा शत प्रतिशत क्यू0आर0 कोड चस्पा कर देने का प्रमाण पत्र दिया गया है। इस पर नगर आयुक्त के द्वारा प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुये तथा कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में सम्बन्धित राजस्व निरीक्षकों को निलम्बित करने के निर्देश दिये गये।
नगर आयुक्त द्वारा नगर निगम तथा जलकल विभाग के राजस्व वसूली की समीक्षा की गयी, तथा उनके द्वारा मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एवं महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत गृहकर एवं जलकर की वसूली करायें। महाप्रबन्धक जलकल को निर्देशित किया गया कि जलकल विभाग में कार्यरत राजस्व निरीक्षकों की व्यक्तिगत जलकर की वसूली की समीक्षा करें, तथा यदि उनके द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही हेतु संस्तुति भेजें।
बैठक में महापौर अशोक कुमार तिवारी के साथ नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय, मुख्य अभियन्ता मोइनुद्दीन, महाप्रबंधक जलकल अनूप सिंह, सचिव जलकल ओ पी सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी राकेश कुमार सोनकर, जन संपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव, स्मार्ट सिटी एवं एनबीसीसी के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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