रोहनिया: ज्ञानपुर शीर्ष प्रखंड के लोहता माइनर नहर का एक हिस्सा सोमवार को टूट जाने से बसंतपट्टी गांव के लगभग दस एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद हो गई। सुबह ग्रामीणों ने नहर में आई इस दरार को देखा और अपनी फसल को बचाने के लिए तुरंत मरम्मत का काम शुरू किया।
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ग्राम प्रधान, श्यामलाल चौहान ने नहर विभाग को इस समस्या की जानकारी दी, जिसके बाद नहर विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और टूटे हुए नहर की मरम्मत की। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस साल नहर में पानी पहली बार आया था, लेकिन उसी समय नहर टूट गई।
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इस घटना के कारण, आसपास के अन्य गांवों के किसान भी चिंतित हैं, जो अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पानी की तलाश कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि सही समय पर पानी नहीं मिलने से उनकी फसल को नुकसान हो सकता है।
ग्रामीणों ने नहर विभाग से जल्द से जल्द पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि उनकी मेहनत और फसल की सुरक्षा की जा सके। अब सभी की निगाहें नहर विभाग पर हैं कि वे इस मामले में क्या कार्रवाई करेंगे।
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