वाराणसी: विश्व मानसिक स्वास्थ्य के अवसर पर खुला आसमान संस्था, वाराणसी द्वारा गंगा के किनारे रविदास घाट पर महिलाओं व युवाओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक व परामर्शदाता एआरटीसी एसएस हॉस्पिटल आईएमएस काशी हिंदू विश्वविद्यालय डॉ मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि एक महिला के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर इसका दुष्प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है. इसलिए महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
उन्महोंने कहा कि हिलाओं को चाहिए कि अपने मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए अपने जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपने रुचियाँ का भी ख्याल रखें, परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय व्यतीत करें, बच्चों के पढ़ाई में सहयोग करें, 7 घंटे गुणवत्तापूर्ण नींद लेन, स्क्रीन टाइम को 2 घंटे से कम रखें, सत्र के अंत में डॉ तिवारी ने छात्रों को रिलैक्सेशन एक्सरसाइज का अभ्यास कराया ताकि वे तनाव के नकारात्मक प्रभाव से अपने आप को बचाकर न केवल मानसिक रूप से स्वस्थ रहें बल्कि राष्ट्र के उत्थान में अपना सर्वोत्तम योगदान देने में सक्षम है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खुला आसमान संस्थान की अध्यक्ष रोली सिंह रघुवंशी ने कहा कि गरीब महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राप्त करना एक कठिन स्थित है इसी को ध्यान में रखते हुए आज संस्था की ओर से महिलाओं में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है और भविष्य में इस तरह के और भी कार्यशाला आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं,
युवक- युवतियाँ,
छात्र- छात्राएं एवं क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम को गेल के मैनेजर धीरज सिंह एवं वरिष्ठ योग प्रशिक्षक स्वामी विवेकानंद राजकीय चिकित्सालय,
भेलूपुर मनीष पांडेय ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में दिवाकर भारद्वाज, देवांशी
बियानी,
शिवम यादव,
डॉ. दिनेश चंद्र अरोड़ा,
शिवपूजन,
संजू देवी,
सीता देवी,
रेखा देवी भूमिका अदा किया।
संचालन दीक्षा
सिंह रघुवंशी तथा फ्रांस की सोफी फ्लैमो ने धन्यवाद ज्ञापन ने किया।
No comments:
Post a Comment