वाराणसी: गौराकला-चांदपुर मार्ग पर घुघुरी बस्ती के पास बृहस्पतिवार की शाम डायल 112 के पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरबी) के पुलिस कर्मियों के साथ दो मनबढ़ युवकों मंगरू तिवारी और प्रखर उपाध्याय ने मारपीट किया। सूचना पाकर मौके पर एसीपी सारनाथ ने चौबेपुर थानाध्यक्ष के साथ मौके पर जाकर मारपीट में घायल पुलिसकर्मी को सीएचसी नरपतपुर ईलाज के लिए भेजा और उसके बाद दबिश देकर एक आरोपी को हिरासत में ले लिया जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
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आपको बता दें कि नेवादा (मनोरथपुर) गांव के प्रखर उपाध्याय और मंगरु उर्फ बृजेश तिवारी अपने घर जा रहे थे गौराकला-चांदपुर मार्ग पर घुघुरी बस्ती के पास विपरीत दिशा से आ रही मैजिक उनकी बाइक से टच हो गई। इसे लेकर मैजिक चालक और बाइक सवारों के बीच कहां सुनी हुई। बाइक सवार दोनों युवक ने मैजिक चालक रामचंदीपुर गांव के बबलू कुमार को मारपीट कर घायल कर दिया। घायल बबलू कुमार ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को घटना की सूचना दी।
कांस्टेबल पप्पू कुमार और होमगार्ड सुरेंद्र कुमार पटेल पीआरबी की बाइक लेकर पहुंचे दोनों ने मंगरु और प्रखर को चिरईगांव पुलिस चौकी चलने को कहा। इस बात पर नशे में दूध प्रखर उपाध्याय और मंगरु ने गाली गलौज करते हुए दोनों पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों को धकेल कर मौके से दोनों आरोपी भाग गए।
तो वही एसीपी सारनाथ डॉक्टर अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि घायल दोनों पुलिस कर्मियों का मेडिकल मुआयना कराया गया है आरोपी मंगरु को पकड़ लिया गया है। और प्रखर उपाध्याय की तलाश जारी है दोनों आरोपियों के खिलाफ चौबेपुर थाने थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।
लेकिन जब हमारी टीम ने मौके पर जाकर के वहां प्रत्यक्ष दर्शियों से बात किया और यह जाने की कोशिश की कि आखिरकार हुआ क्या था तो वहां लोगों ने बताया कि प्रखर उपाध्याय और मंगरु तिवारी उर्फ बृजेश तिवारी नशे में भूत थे और उन्होंने पहले बिना किसी वजह की मैजिक चालक की पिटाई की। मौके पर पहुंचे पीआरबी के जवानों से भी इन लोगों ने बदतमीजी शुरु कर दी और हाथापाई करने लगे जिसमें कांस्टेबल पप्पू कुमार को और होमगार्ड सुरेंद्र कुमार के ऊपर प्रखर उपाध्याय और मंगरुल तिवारी ने कड़े से प्रहार कर दिया। जिससे कांस्टेबल पप्पू कुमार वही गिरकर अचेत हो गए और होमगार्ड सुरेंद्र कुमार ने इसकी सूचना थाने पर दी उसके बाद थानाध्यक्ष विद्या शंकर शुक्ला और एसीपी सारनाथ डॉक्टर अतुल अंजान त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और कांस्टेबल पप्पू कुमार और होमगार्ड सुरेंद्र कुमार पटेल को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया।
अब देखना यह है कि क्या पुलिस इन दोनो मनबढ़ों के ऊपर कोई सख्त कार्रवाई करती है या फिर इनको भी छोटी-मोटी धाराओं में चालान करके बचाने की कोशिश की जाती है। क्योंकि मनबढ़ प्रखर उपाध्याय के पिता स्वयं पेशे से वकील है। ऐसे में स्वाभाविक सी है बात है कि पुलिस के ऊपर भी यह दबाव रहेगा की वकील के बेटे को बचाया जाए। देखना यह है कि पुलिस क्या कार्रवाई करती है।
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