वाराणसी: जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर 22 साल पहले वाराणसी के नदेसर में हुए जानलेवा हमले में आज सुनवाई होगी। केस में धनंजय सिंह ने 25 जून को गैंगस्टर कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया था। मामले में आज जिरह के साथ आगे की कार्रवाई होगी। गवाही में पूर्व सांसद ने विधायक अभय सिंह समेत 4-5 लोगों पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया है। उधर, वकीलों के सवालों पर पूर्व सांसद के जवाब संतोषजनक नहीं मिलने के बाद बचाव पक्ष के वकील स्वामी नाथ यादव और अनुज यादव आज अपनी जिरह करेंगे। बता दें कि पिछले दिनों कोर्ट में गोसाईगंज विधायक अभय सिंह की याचिका पर पूर्व सांसद धनंजय से जिरह की अनुमति जज MP/MLA अवनीश गौतम ने दी थी। अब जिरह के बाद केस की सुनवाई का कोई अहम पक्ष नहीं रह गया। इस केस में सभी गवाहों, प्रत्यक्षदर्शियों, वादी और आरोपियों की गवाही पहले ही हो चुकी है और अब केस जजमेंट की ओर है।
2002 में नदेसर में हुई थी वारदात
तत्कालीन विधायक धनंजय सिंह ने गवाही में बताया कि रारी जौनपुर से अपने साथियों के साथ सफारी गाड़ी से परिवार के सदस्य रामजी सिंह की पत्नी को कबीरनगर अस्पताल से देखकर वापस जौनपुर लौट रहे थे। तभी 4 अक्टूबर 2002 की शाम छह बजे जैसे ही नदेसर स्थित टकसाल सिनेमाहाल के पास पहुंचे तभी वहा टाटा सफारी और एक बोलेरो पहले से ख़डी थी। जिनमें अभय सिंह राजेपुर महराजगंज फ़ैजाबाद निवासी 4-5 साथियों के साथ इन गाड़ियों से स्वचालित असलहे रायफल बंदूक लिए उतरे, अभय सिंह ने ललकारते हुये कहा की यही धनंजय सिंह मारो और हाथ में लिए पिस्टल से जान से मरने कि नियत से गोली चलाने लगे।
गाड़ी सामने ख़डी कर दी तभी बोलेरो से एक आदमी उतरकर फायर करने लगा बाजार में भगदड़ मच गई। सभी दुकानें बंद कर भागने लगे। साथ में गार्ड ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई, उसके साथियों ने भी गोली चलाई जिसमें धनंजय सिंह घायल हो गए। उनके साथ जितेंद्र बहादुर सिंह, संतोष सिंह, गनर बासुदेव पाण्डेय, ड्राइवर दिनेश गुप्ता भी अभय सिंह एवं उसके साथियों द्वारा गोली चलाने से घायल हो गए। तब तक पुलिस की गाड़ी आ गई, हमलावर मौके से भाग गए।
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