वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि श्रावण मास के दौरान काशी आने वाले बाबा भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्हें किसी भी दशा में परेशानी का सामना न करना पड़े। प्रमुख शिवालयों सहित पूरे शहर में चाक चौबंद साफ-सफाई के साथ ही प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु भी व्यवस्था सुनिश्चित रखी जाय। शिवालयों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा सहित यातायात की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने जनसमस्याओं के निस्तारण में पूरी तत्परता बरते जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इसमें गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पारदर्शिता अवश्य हो। उन्होंने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्ति को उपलब्ध कराए जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि कोई भी पात्र लाभार्थी इससे वंचित न रहने पाए। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को युद्धस्तर पर अभियान चलाकर मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा कराए जाने हेतु कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को भी निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ श्रावण मास की व्यवस्थाओ एवं विकास परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा बैठक की। जनपद में निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद में मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य को शीघ्रता से शुरू कराए जाने हेतु निर्देशित किया। रामनगर पीएसी में 200 बेड बैरक निर्माण कार्य में प्रगति संतोषजनक न होने पर संबंधित की जबाबदेही तय करते हुए कार्य तेजी से कराए जाने का निर्देश दिया। ग्रामीण पेयजल योजना के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराए जाने का भी निर्देश दिया तथा कहा कि इसमें पाइप बिछाए जाने के बाद सड़को का मरम्मत न कराए जाने की शिकायत मिल रही हैं, ऐसे संबंधित ठिकेदारो की जिम्मेदारी तय करने के साथ ही ऐसे कटिंग की गई शत प्रतिशत सड़को का मरम्मत सुनिश्चित कराए जाय। गंजारी में निर्माणाधीन इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित कराए जाने हेतु संबंधित को निर्देशित किया।
बैठक के दौरान बड़ागांव बाजार में विगत दो माह से पंप खराब होने से पेयजलापूर्ति बाधित होने की शिकायत पर तत्काल निस्तारण कराए जाने के साथ ही संबंधित के विरूद्ध जिम्मेदारी भी तय किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि शहर में कही भी सीवर ओवरफ्लो नही होना चाहिए और कही भी इसकी शिकायत मिले, तो तुरन्त समाधान सुनिश्चित किया जाए। अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करे।
विद्युत विभाग के कतिपय कर्मियों द्वारा फोन न उठाए जाने की शिकायत पर ऐसे जेई, एई, एसडीओ को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि वाराणसी जो प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है, उनके मार्ग निर्देशन में अब तक लगभग 40 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य हो चुके है और लगभग 12 हजार करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाएं निर्माणधीन है। उन्होंने कहा कि परियोजनाओ का डीपीआर बनाते समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सुझाव अवश्य लिए जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परियोजनाओ के मॉनिटरिंग हेतु एक-एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। जो परियोजनाओ में गति लाए जाने के साथ ही उसमे गुणवत्ता भी सुनिश्चित कराएंगे।
मुख्यमंत्री ने राजस्व से संबंधित वरासत, पैमाइस आदि के लंबित मामलों के समयबद्ध निस्तारण पर जोर देते हुए कहा कि शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित हो। उन्होंने महिला सुरक्षा, यातायात एवं पर्यटन के दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखे जाने का भी निर्देश दिया। विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम को अपनी कार्य संस्कृति बेहतर करते हुए अपनी इमेज में सुधार लाए जाने पर विशेष जोर दिया। भवनों के मानचित्र स्वीकृति में तेजी लाये जाने के साथ ही सरलीकरण पर विशेष जोर दिया। ताकि आम व्यक्ति को सहूलियत हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से अपने कार्यालयों में बैठकर जन सुनवाई करे और मेरिट के आधार पर उसका समाधान कराए। मुख्यमंत्री ने संभावित बाढ़ के दृष्टिगत समस्त तैयारिया रखे जाने का निर्देश देते हुए कहा कि जिससे बाढ़ प्रभावितों को तत्काल लाभ पहुंचाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने विद्युत विभाग को कावड़ यात्रा तथा श्रद्धालुओं के दृष्टिगत विद्युत सुरक्षा की मुक्कमल व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देशित किया। धान की रोपाई के दृष्टिगत किसानों के लिए पर्याप्त विद्युत आपूर्ति के साथ ही जिले में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराए जाने हेतु कड़े निर्देश दिए। उन्होंने सावन मेला के दृष्टिगत कावरियों एवं श्रद्धालुओं आदि की सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती हेतु निर्देशित किया। सिंचाई विभाग के अभियंता को नहरों के टेल तक पानी पहुंचाए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि जिससे किसानो को उनकी आवश्यकतानुसार पानी उपलब्ध हो सके। बैठक में रिंग रोड फेज 2, प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुंदरीकरण, निर्माणाधीन रेलवे उपरगामी सेतुओ, भवनों तथा अन्य परियोजनाओ के प्रगति की समीक्षा के दौरान अपेक्षित गति लाये जाने हेतु संबंधितो को निर्देशित किया।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने सावन मेला की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान मंडलायुक्त ने बताया की इस वर्ष मन्दिर में कुल 6 गेट के साथ 4 नये रूटों को श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन हेतु जोड़ा गया है। उन्होंने बताया की भीड़ नियन्त्रित करने हेतु जिग-जैग बैरिकेडिंग, साफ-सफाई के उचित प्रबंध, सुरक्षा, सीसीटीवी, अग्निशमन, पीने के पानी, टॉयलेट आदि की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री द्वारा जिलाधिकारी एस. राजलिंगम से काशी में अन्य देवालयों के बारे मे जानकारी लेते हुए वहाँ सावन माह में की गयी प्रशासनिक तैयारियों के बारे में जानकारी ली गयी। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मार्कण्डेय महादेव मंदिर परिक्षेत्र के पास चिन्हित गड्ढों को लोक निर्माण विभाग द्वारा सही कराते हुए पार्किंग की व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री द्वारा पंचकोशी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले देवालयों में भी साफ- सफाई के साथ पीने के पानी, टॉयलेट, सुरक्षा के उचित प्रबंध करने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री द्वारा नगर आयुक्त को घाटों, मंदिरों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने हेतु निर्देशित करते हुए पूरे काशी को सिंगल यूज प्लास्टिक से पूरी तरह मुक्त करने हेतु निर्देशित किया।
शहर के बाहर पंचायती विभाग को स्वच्छता हेतु निर्देशित किया गया। सावन माह में आने वाले कावरियों के रुकने, खाने पीने के उचित प्रबंध हेतु भी आमजन का सहयोग लेकर इस पर कार्य करने हेतु निर्देशित किया। मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कावरियों तथा मंदिर परिसरों में आने वाले श्रद्धालुओं हेतु स्वास्थ विभाग के उचित प्रबंध हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने डाक्टरों की टीम को लगातार क्रियाशील रखने हेतु भी निर्देशित किया। उन्होंने नगर निगम, विकास प्राधिकरण को टीम बनाकर अनियोजित विकास को नियन्त्रण करने हेतु सख्ती बरतने तथा कहा की जनप्रतिनिधियों के सुझाव लेते हुए उचित व्यवस्था विकसित करें। बैठक में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष सुरक्षा के दृष्टिगत लगाये गये पुलिस बल, उनकी तैनाती, यातायात प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था समेत विभिन्न व्यवस्थाओ की जानकारी दी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा सुरक्षा बलों की समुचित काउंसलिंग करने हेतु कहा गया, ताकि श्रद्धालुओं के साथ अच्छा व्यवहार किया जाये।
बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु', महापौर अशोक तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी धर्मेंद्र राय, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुनील पटेल, विधायक टी राम सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, एम डी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि शंभू कुमार, वीसी वीडीए पुलकित गर्ग, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा एवं विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास के पहले सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कालभैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। दर्शन पूजन के पश्चात उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह परेशानी न होने पाए। उन्होंने मंदिर में पर्याप्त छाया आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का भी निर्देश दिया।
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