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Monday, June 24, 2024

नीट यूजी पेपर लीक की मिल गई वो डायरी, जिसमें है पूरा कच्चा-चिट्ठा! चिंटू ने सबकी खोल दी पोल

पटनाः NEET UG पेपर लीक में लगातार गिरफ्तारियां होती जा रही हैं और इसके साथ ही कई बड़े खुलासे भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में झारखंड के देवघर से चिंटू को गिरफ्तार कर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने पूछताछ की, जिसमें कई बड़ी जानकारियां सामने आई हैं. इस दौरान EOU को एक डायरी भी मिली है. चिंटू ने पूछताछ के दौरान EOU को बताया कि हल किया हुआ प्रश्न पत्र उसे रॉकी ने Whatsapp पर भेजा था. आरोपी रॉकी रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता था, उसकी तलाश में कई स्थानों पर EOU ने छापेमारी की है. आरोपी चिंटू इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की भांजी का पति है. चिंटू ने ही संजीव के गैंग को प्रश्न पत्र दिया था.


डायरी से खुलेगा राज?
EOU ने देवीपुर थाना क्षेत्र में झुन्नू सिंह के घर से चिंटू समेत अन्य पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. झुन्नू के घर की तलाशी के दौरान EOU को एक डायरी मिली है. इस डायरी में चिंटू समेत अन्य लोगों का हिसाब-किताब लिखा हुआ है. इस डायरी में अभ्यर्थियों के नाम, परीक्षा के नाम और कितनी राशि में सेटिंग कराई गई ये सभी बातें लिखी हुई हैं. डायरी में मिली जानकारी के आधार पर भी जांच एजेंसी कई तथ्यों को खंगालने में जुटी हुई है. डायरी में नीट पेपर लीक के प्रश्न पत्र का उत्तर देकर सेटिंग कराने का रेट 30 लाख से 55 लाख तक लिखा है.


चिंटू ने बताई पूरी कहानी
चिंटू ने बताया कि पटना के खेमनी चक स्थित लर्ड एंड प्ले स्कूल में करीब 35 छात्रों को प्रश्न पत्र और उत्तर रटवाने के लिए यहीं वाई-फाई प्रिंटर की मदद से 10 से 12 कॉपी का प्रिंट मारा था. रॉकी के माध्यम से सबसे पहले बायोलॉजी का प्रश्न-पत्र एवं उत्तर आया था. इसके बाद फिजिक्स और अंत में केमेस्ट्री का आया था. इस मामले का मुख्य मास्टर माइंड अतुल वत्स और अंशुल सिंह समेत अन्य के सीधे संपर्क में रॉकी ही है. उसकी ही जिम्मेदारी चिंटू के माध्यम से बिहार में प्रश्न पत्र सप्लाई कराने की थी.


चिंटू से हो रही है पूछताछ
हैंडराइटिंग काफी खराब होने और जैसे-तैसे लिखे होने के कारण पूरी तरह से समझ पाने में EOU को काफी समस्या हुई. अब EOU डायरी से मिली जानकारी के आधार पर भी चिंटू समेत अन्य से पूछताछ चल रही है. झुन्नू की इस मामले में कितनी संलिप्तता है, इसकी जांच अभी होना बाकी है. आपको बता दें कि मामला सामने आने के बाद करीब 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें प्रश्न पत्र लीक कराने वाले, आंसर मुहैया कराने वाले, अभ्यर्थियों को लाने वाले, मकान दिलाने वाले सभी लोग शामिल हैं.

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