वाराणसी: भारतवर्ष में गाय को माता के रूप में देखा जाता है प्रत्येक सनातनी गाय को गौ माता कहकर पुकारते हैं। अनादि काल से गाय की पूजा होती चली आ रही है यहां तक की भगवान श्री कृष्णा ने भी गाय को माता कह-कर पुकारा और उनकी पूजा की। उसके पहले अगर सतयुग में देखा जाए तो एक महा भयंकर राक्षस से बचने के लिए सभी देवता गाय माता का शरण लिए और देवताओं ने गाय माता के शरीर में छुप कर अपनी जान बचाई। इसलिए अनादि काल से गाय को माता का दर्जा दिया गया है भारतवर्ष में गाय माता के रूप में पूजी जाती हैं इसलिए कलयुग में गाय के वध को रोकने के लिए शंकराचार्य के साथ-साथ भारतवर्ष के साधु संत भी आगे आए हैं। और गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने और सविधान में नया कानून पारित करने के लिए शंकराचार्य ने एक मुहीम चलाया है। इसी क्रम में विश्व हिंदू महासंघ के तत्वाधान में गौ रक्षा अभियान चलाया जा रहा है।
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विश्व हिंदू महासंघ के तत्वाधान में गौ रक्षा प्रकोष्ठ का तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन 18- 6 2024 दिन मंगलवार को वाराणसी के श्रृगिरिमठ महमूरगंज में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति, मातृशक्ति प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती संतोष मिश्रा, महामंत्री मातृशक्ति प्रदेश श्रीमती रेखा, गौ रक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण दुबे , गौ रक्षा प्रकोष्ठ के महामंत्री मनोज प्रजापति एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय पांडे , श्रीवास्तवजी एवं आशीष राज गुप्ता, अधिवक्ता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रुद्र कुमार पाठक,संभाग प्रभारी मनोज श्रीवास्तव, मंडल प्रभारी तपेश्वर चौधरी,प्रदेश उपाध्यक्ष जयशंकर ,वाराणसी की मात्रृशक्तियां जिसमें जिला प्रभारी अंजू श्रीवास्तव, जिला संयोजक पूनम जायसवाल, साधना श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष बिना, राजीव, शशि सिंह, बबीता गुप्ता, ममता गुप्ता, महानगर अध्यक्ष सुषमा श्रीवास्तव,श्वेता श्रीवास्तव, सोनी शर्मा,हीरामणि देवी, किरण देवी,प्रदेश महामंत्री संगीता मिश्रा, प्रदेश महामंत्री सुमन सिंह, रेणु यादव, माधुरी विश्वकर्मा वं सैकड़ो मात्रृशक्तिया शामिल रही एवं जिला अध्यक्ष मातृशक्ति वाराणसी अमृता श्रीवास्तव और जिला अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह,महानगर अध्यक्ष भारत भूषण आदि लोगों ने अधिवेशन को ऐतिहासिक बनाया । जिसमें हजारों की संख्या में विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारी एवं सदस्य शामिल थे।
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