चिरईगांव: विकास खण्ड के सरैया बिशुनपुरा ग्रामसभा का डीपीआरओ ने शुक्रवार को किया औचक निरिक्षण जिसमे उनके साथ विकास खण्ड से सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) कमलेश सिंह, तत्कालीन सचीव आशुतोष और वर्तमान सचिव राजेश मौके पर उपस्थित थे.
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आपको बता दें कि
डीपीआरओ कार्यालय में किसी के द्वारा SBM के हुए कार्यों को लेकर शिकायत किया गया
था. शिकायतकर्ता ने यह आरोप लगाया था कि SBM में जितने भी गड्डे बनवाये गए है किसी
का भी जेई के द्वारा ना ही MB कराया गया और ना ही एस्टीमेट बनवाया गया है और एक
निजी संस्था (अमन इंटरप्राइजेज) को भुगतान कर दिया गया है.
मौके पर पहुचे डीपीआरओ
ने जब तत्कालीन सचिव आशुतोष से इसके बारे में जानकारी मांगी तो सचिव ने सही
जानकारी नही दिया जिससे नाराज होकर डीपीआरओ ने तत्कालीन सचिव को कड़ी फटकार लगते
हुए एक दिन के अन्दर इस के से जुड़े अभिलेख को माँगा है साथ ही उन्होंने जिस निजी
फर्म (अमन इंटरप्राइजेज) को भुगतान किया है उसके बारे में भी जानकारी मांगी तो सचीव
आशुतोष द्वारा यह बताया गया कि इसी फार्म को मटेरियल के साथ साथ मजदूरों की मजदूरी
भी दी गयी है.
इस बात की
जानकारी तत्कालीन सचिव के द्वारा होने पर डीपीआरओ ने और भी ज्यादा नाराजगी जाहिर
किया और एक दिन के अन्दर अभिलेख लेकर विकास भवन आने का आदेश जारी कर दिया. जब
हमारी टीम ने इस बारे में डीपीआरओ से बात किया तो उन्होंने बताया कि अभी अभिलेख
मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है साथ ही उन्होंने यह भी कहा की दो से तीन दिन
के अंदर जाँच आख्या आप लोगों को मिल जाएगी. अब देखना यह है कि सभी जांचों की तरह
ही इस जाँच की भी आख्या आती है या फिर यह भी ठन्डे बस्ते में चला जाता है.
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