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मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी द्वारा अपने प्रत्याशी को टिकट देते समय उसके आपराधिक इतिहास की पूरी जानकारी प्राप्त करना कानूनन अनिवार्य है. बेदी राम ने 2022 में चुनाव आयोग के समक्ष दिए हलफनामे में उन पर यूपी, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश में रेलवे भर्ती, पुलिस भर्ती तथा एमपीपीसीएस के 8 मुकदमों का स्वयं ही उल्लेख किया था, जो ओमप्रकाश राजभर को इस तथ्य की पूरी जानकारी होने का स्पष्ट प्रमाण है.
अब स्वयं ओम प्रकाश राजभर द्वारा बेदी राम को लोगों को सरकारी नौकरी देने की तारीफ करने का वीडियो सामने आने के बाद से इस पूरे प्रकरण में उनकी संलिप्तता के तथ्य सामने आते दिखते हैं. अतः अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री से देश में परीक्षाओं की सुचिता को बरकरार रखने तथा प्रदेश सरकार पर लग रहे दागों को समाप्त करने के लिए तत्काल ओम प्रकाश राजभर को मंत्री पद से हटाने की मांग की है.
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