वाराणसी: समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी लोकसभा सीट पर मुलायम सिंह यादव की दो बहुएं आमने-सामने आ सकती हैं. सपा ने मैनपुरी लोकसभा सीट से डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, बीजेपी ने अभी तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है. चर्चा है कि भाजपा यहां से अपर्णा यादव को प्रत्याशी बना सकती है.
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28 वर्षों
से है समाजवादी पार्टी का कब्जा
दरअसल, सियासी अटकलें लग रही हैं कि मैनपुरी
लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के खिलाफ अपर्णा यादव चुनाव लड़ सकती
हैं. अगर बीजेपी अपर्णा यादव को टिकट देती है तो सियासी पारा बढ़ जाएगा. वैसे भी
मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की रही है. इस सीट पर पिछले 28 साल से सपा का कब्जा है. यादव परिवार के सदस्य ही इस सीट से जीतते रहे
हैं.
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...तो दिलचस्प हो जाएगा लोकसभा चुनाव
बीजेपी के लिए सपा का यह मजबूत किला ढ़हाना थोड़ा मुश्किल है. ऐसे
में बीजेपी यहां से मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को प्रत्याशी बनाकर सपा
के गढ़ में सेंध लगाना चाहेगी. अपर्णा यादव ने गुरुवार को कहा कि शीर्ष नेतृत्व
जो कहेगा वही करूंगी. पिछले काफी दिनों से अपर्णा यादव मैनपुरी में सक्रिय भी हैं.
अगर मैनपुरी लोकसभा सीट से देवरानी-जेठानी आमने-सानमे आती हैं तो यहां चुनाव
दिलचस्प हो जाएगा.
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कांग्रेस पर बोला हमला
अपर्णा यादव ने कांग्रेस पर भी हमला बोला है. अपर्णा यादव ने कहा कि
महिला की अस्मिता और उनके सम्मान में चोट पहुंचाना कांग्रेस की पुरानी परंपरा
रही है. महिलाओं का अपमान करना कांग्रेस के डीएनए में है. वहीं, बीजेपी महिलाओं का हमेशा से सम्मान करती आई है.
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बसपा से गुलशन शाक्य उम्मीदवार
बता दें कि मैनपुरी लोकसभा सीट से बसपा ने शाक्य कार्ड खेला है.
यहां से बसपा ने डॉ. गुलशन शाक्य को प्रत्याशी बनाया है. मायावती ने शाक्य
वोटों को साधने के लिए गुलशन को चुनाव मैदान में उतारा है. मैनपुरी लोकसभा सीट पर
शाक्य वोटरों की संख्या अधिक है. इसके बाद यहां लोधी वोटरों की संख्या भी अधिक
है.
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