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Sunday, December 17, 2023

कौन हैं विज्ञान देव महाराज, जिन्होंने बनवाया सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर, आज प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन

वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर कल वाराणसी आए है. यहां प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे बड़े विहंगम योग केंद्र स्‍वर्वेद महामंदिर के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी भक्‍तों की सहूलियत के लिए स्‍वर्वेद महामंदिर के नाम पर ही तरया स्‍टेशन का निर्माण का ऐलान कर सकते हैं. तो आइये जानते हैं कौन हैं विज्ञान देव महाराज, जिन्‍होंने सात मंजिला स्‍वर्वेद महामंदिर का निर्माण करवाया है. 


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स्‍वर्वेद महामंदिर की खासियत 
वाराणसी के चौबेपुर स्थित उमरहां में तीन लाख वर्ग फीट क्षेत्रफल में स्‍वर्वेद महामंदिर का निर्माण कराया गया है. स्‍वर्वेद दो शब्‍दों स्‍व: और वेद से मिलकर बना है. स्‍व: का मतलब आत्‍मा से है वहीं, वेद का अर्थ ज्ञान से है. ऐसे में स्‍वर्वेद का मतलब आत्‍मा का ज्ञान प्राप्‍त करना है. यहां स्‍वयं का ज्ञान प्राप्‍त किया जा सकता है. इस मंदिर में किसी विशेष भगवान की पूजा के बजाय मेडिटेशन किया जाता है. कुल मिलाकर कह सकते हैं कि यह मेडिटेशन स्‍थल यानी ध्‍यान केंद्र है. 

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500 करोड़ रुपये की लागत आएगी 
सदगुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्‍थान की ओर से यह महामंदिर बनाया गया है. स्‍वर्वेद महामंदिर का निर्माण साल 2004 में शुरू हुआ था. जब इसकी नींव रखी गई  तो इसकी लागत 35 करोड़ थी, हालांकि माना जा रहा है कि इसे बनाने में सौ करोड़ रुपये का खर्च आएगा. पूरे परिसर की बात करें तो 500 करोड़ रुपये में तैयार होगा. 64 हजार स्‍क्‍वॉयर फीट में बना यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा ध्‍यान केंद्र है. 

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मकराना मार्बल का इस्‍तेमाल किया गया 
इस मंदिर को बनाने में मकराना मार्बल का इस्‍तेमाल किया गया है. इसमें 3137 स्‍वर्वेद के दोहे लिखे गए हैं. इसमें कमल के आकार का गुंबद बना हुआ है. मंदिर प्रशासन का दावा है कि यह दुनिया का एकलौता सात मंजिला भवन है, जहां पर एक साथ 20 हजार लोग बैठकर मेडिटेशन कर सकेंगे. मंदिर की ऊंचाई 180 फीट है. मंदिर के अंदर 135 फीट ऊंची सदगुरुदेव की सैंडस्‍टोन प्रतिमा भी लगाई गई है, जिसका पीएम मोदी शिलान्‍यास करेंगे. 

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