सिंगरौली: एनसीएल के अमलोरी परियोजना में ओबी हटाने का कार्य कर रही कलिंगा कंपनी नियमों को तॉक पर रखकर हैवी ब्लास्टिंग कर रही है। बताया जाता है कि कंपनी द्वारा जब हैवी ब्लास्टिंग की जाती है तो मुहेर इलाके में बने घरों पर पत्थरों की बरसात होती है। ग्रामीणों ने इस संबंध में कई बार शिकायत की परन्तु कंपनी की हैवी ब्लास्टिंग रूकने का नाम नहीं ले रही है। हैवी ब्लास्टिंग से बरस रहे पत्थरों से आये दिन आस-पास के घरों को नुकसान पहुंच रहा है साथ ही कई लोगों को इससे चोट भी आयी है।
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स्थानीय बेरोजगारों को दरकिनार कर बाहरी लोगों को दिया जा रहा रोजगार
एनसीएल अमलोरी परियोजना में
ओबी हटाने का काम कर रही कलिंगा कंपनी वर्तमान में नया सेटअप बैठा रही है। बड़े पैमाने पर भर्तियां हो
रही है परन्तु मप्र सरकार के नियमानुसार सत्तर प्रदेश स्थायी लोगों को रोजगार देने
की बात यहां बेमानी साबित हो रही है। स्थानीय लोगों की माने तो
कंपनी यहां के लोगों को रोजगार न देकर बाहरी लोगों को रोजगार दे रही है। बाहर से
आये व्यक्तियों का स्थानीय पता सिंगरौली का दिखाकर उन्हें स्थानीय निवासी बताया जा
रहा है जबकि स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार मांगने पर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।
मुहेरवासियों को अब तक नहीं मिला मुआवजा
मुहेर मेंं एनसीएल अमलोरी
परियेाजना का कार्य तो प्रारंभ हो गया है। ओबी हटाने का कार्य कलिंगा कंपनी द्वारा किया जा रहा है परन्तु हैरत की बात है
कि जिनकी भूमि का अधिग्रहण किया गया है उन्हें अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है
कि कंपनी ने कार्य प्रारंभ कर दिया है परन्तु अब तक उन्हें समुचित मुआवजा नहीं मिल पाया है। अधिग्रहित की गयी जमीन में
से कुछ लोगों को मुआवजा दिया गया है जबकि अधिकांश लोगों को अब तक मुआवजे का भुगतान
नहीं किया गया है।
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ग्रामीणों ने दी आन्दोलन की चेतावनी
स्थानीय ग्रामीणों का कहना
है कि बिना सही से भूमि अधिग्रहण किये मुहेर इलाके में ओबी हटाने का कार्य प्रारंभ हो गया है जबकि
कलिंगा कंपनी द्वारा अब तक स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। हैवी ब्लास्टिंग से घरों पर पत्थर बरस रहे हैं। उक्त समस्याओं को लेकर
स्थानीय रहवासी विभिन्न राजनीतिक दलों के समर्थन से तीन दिसंबर के बाद एक बड़ा
आन्दोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
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