Latest News

Thursday, October 12, 2023

विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल की सभा में गरजे स्वामी जितेन्द्रानंद, कहा हमास के समर्थक हैं भारत विरोधी

वाराणसी: काशी में सनातन संस्कृति प्राचीन काल से बेहद समृद्ध रही है। भारत में मुस्लिम आक्रांताओं ने बार- बार हिंदू और सनातन संस्कृति को मिटाने की पूरी कोशिश की लेकिन वह खुद ही मिटते चले गए। हिंदुत्व भारत की आत्मा में रचा बसा है। इसे मिटाने की सोच रखने वाले आगे भी स्वयं मिट जाएंगे। विश्व हिंदू परिषद् बजरंग दल द्वारा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में मंगलवार को आयोजित विशाल सभा को संबोधित करते हुए उक्त बातें विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कही। 


यह भी पढ़ें: नॉर्थ ईस्ट ट्रेन पटरी से उतरी, कई यात्री घायल; आरा-बक्सर के बीच रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर 8 डिब्बे पटरी से उतरे, 4 की मौत, करीब 100 यात्री घायल

डॉ जैन ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर शान से बन रहा है।  अब तो ऐसा लग रहा है कि काशी में भी नदी का इंतजार खत्म होने वाला है, क्योंकि बाबा विश्वनाथ जी अपनी धरती को कभी छोड़ने वाले कदापि नहीं है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ हिंदू विरोधी खबर चलाकर के हमसे पूछते हैं कि आखिर हिंदुत्व या सनातन कितनी पुरानी संस्कृति है तो उनकी सोच पर हंसी आती है। दरअसल उन्हें जर्मनी के उस वैज्ञानिक से सीख लेनी चाहिए जिसने अपनी पुस्तक में लिखा है सनातन संस्कृति इतिहास लिखे जाने के बहुत पहले से ही विद्यमान है। 

उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को इजराइल में आतंकी संगठन हमास के हमले से भी सीख लेनी होगी। ऐसे लोग कभी भी आपके लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकते हैं इसलिए सदैव  सतर्क और संगठित रहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में जो लोग आतंकी संगठन हमास का समर्थन करते दिख रहे, वह कदापि भारत हितैषी नहीं हो सकते। उन्होंने काशी की प्राचीन संस्कृति ,सभ्यता पर चर्चा करते हुए बताया कि काशी नगरी बाबा भोले के त्रिशूल पर बसी है। वेद, पुराणों में इसका जिक्र है। यह वही धरती है जहां जैन धर्म के चार तीर्थंकर हुए तो भगवान बुद्ध ने इसी धरती पर सर्वप्रथम धर्म का उपदेश दिया। काशी में ही महान संत रविदास हुए तो कबीर दास की जन्मस्थली भी काशी है। उन्होंने दयानिधि, स्टालिन समेत कई ऐसे लोगों को निशाने पर लिया जो हिंदुत्व के खिलाफ बोलते हैं। 

यह भी पढ़ें: विश्व दृष्टि दिवस आज, आंखों की देखभाल के लिए आयोजित होंगे विभिन्न जन जागरूकता कार्यक्रम

उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के पूर्वज भी हिंदू थे और सनातन की ही पूजा करते थे। आज भले वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हरियाणा के नूंह जैसी घटना फिर दोहराई गई तो इस बार हिंदू समाज भी इसका करारा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने बंटवारे के वक्त खुद कहा था कि यदि धर्म के आधार पर बंटवारा हो रहा है तो फिर यह पूरी आबादी की होना चाहिए। लेकिन उसी वक्त गांधी और नेहरू के अड़ जाने से ऐसा न हो सका। यदि अंबेडकर की बात मान ली गई होती तो आज भारत की तस्वीर ही अलग होती। 

इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री और फायर ब्रांड वक्ता स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि कुछ लोग इजराइल में क्रूर हमला करने वाले आतंकी संगठन हमास का भारत में समर्थन कर रहे हैं ऐसे लोग तो भारत हितैषी कदापि नहीं हो सकते। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री और उसके समर्थक नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि जातिगत जनगणना के बहाने हिंदुओं को अलग-अलग बांटने का कुचक्र रचा जा रहा है, ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। देश के हिंदू उनकी चाल को समझ रहे हैं ऐसे झांसी में कदापि आने वाले नहीं है। इजराइल में आतंकियों ने जिस तरह का बर्ताव किया वह पूरे विश्व को चिंता में डाल गया। महिलाओं बच्चों की नृशंस हत्या हुईं तो अस्सी साल की बुजुर्ग महिला समेत तमाम इजराइली युवतियों का जबरन चीर हरण किया गया। ऐसे विधर्मियों और कट्टरवादियों के क्रूर करतूतों से आज पूरे विश्व में स्थिति बेहद विकट है। 

यह भी पढ़ें: बरेका इंटर कॉलेज में उत्साह के साथ मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस

इस अवसर पर संत रविदास मंदिर के महंत भारत भूषण महाराज ने कहा कि मुस्लिम आक्रांताओं ने भारत के हिंदुओं पर बहुत जुर्म ढ़ाया है,तब हिंदू समाज भी एकत्रित नहीं था। क्षेत्रीय संगठन मंत्री गजेंद्र जी ने कहा की देश में हिंदुओं के खिलाफ विधर्मी लगातार षड्यंत्र रचते रहते हैं। हिंदू समाज को चेतना जागृत कर स्वयं से मजबूत होना होगा। याद रहे कोई सत्ता या सरकार हिंदुओं की रक्षा नहीं कर सकती हमें अपने बल पर खुद ही लड़ना होगा। अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकरपुरी महाराज ने कहा कि अब भी समय है हिंदुओं संगठित और एक हो जाओ वरना पश्चाताप करोगे। इस अवसर पर मौजूद शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने आगंतुक  अतिथियों और यात्रा में शामिल लोगों को आशीर्वचन दिया। 

समारोह का संचालन क्षेत्रीय सत्संग प्रमुख दिवाकर नाथ त्रिपाठी ने किया। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नागेंद्र पांडेय, मेयर अशोक तिवारी, क्षेत्रीय सेवा प्रमुख राधेश्याम द्विवेदी, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एवं प्रांत अध्यक्ष कविंद्र प्रताप सिंह, पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह, विधायक सुशील सिंह, काशी प्रांत के संगठन मंत्री नितिन जी, प्रांत मंत्री कृष्ण गोपाल जी, काशी प्रांत के सह विशेष सम्पर्क प्रमुख सत्य प्रकाश सिंह, प्रांत संयोजक सत्य प्रताप सिंह, प्रांत प्रचार प्रमुख अश्वनी मिश्रा, काशी महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह,उपाध्यक्ष श्रीमती अनिता सिंह व महानगर मंत्री आनन्द पाण्डेय , जिला अध्यक्ष राजेश पांडेय आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने में मातृशक्ति सहसंयोजिका (काशी प्रांत) श्रीमती पूनम पाण्डेय जी, दुर्गावाहिनी प्रान्त सह संयोजिका शुभांगी सिंह,काशी महानगर मातृशक्ति प्रमुख विभा जी, काशी प्रांत की पूर्व उपाध्यक्ष प्रतिभा जी, सहसंयोजिका सीमा तिवारी व ममता सिंह, सत्संग सहप्रमुख कल्पना जी,दुर्गावाहिनी सहसंयोजिका निधि सहित खण्ड व प्रखण्ड स्तर की महिलाओं की भूमिका अति सराहनीय रही।

यह भी पढ़ें: पठानकोट समेत कई अन्य हमलों की साजिश रचने वाले आतंकी शाहिद लतीफ का अंत

No comments:

Post a Comment