Latest News

Thursday, October 26, 2023

चाय से ज्यादा केतली गर्म को चरितार्थ करते संविदाकर्मी आनंद, एडीओ के आदेशों को रखते है ठेंगे पर

वाराणसी: विकासखंड चिरईगांव में शासनादेश की उड़ाई जा रही है धज्जियां क्योंकि शासनादेश के अनुसार किसी भी ग्राम विकास अधिकारी/ ग्राम पंचायत अधिकारी को 3 साल से ज्यादा एक विकासखंड में रहने की प्रशासन के द्वारा कोई अनुमति नहीं है लेकिन फिर भी कुछ ऐसे ग्राम विकास अधिकारी/ ग्राम पंचायत अधिकारी हैं जो की इस विकासखंड में करीब 8 से 6 साल से यहां पर ड्यूटी कर रहे है।


यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के हर गांव की चमकेंगी सड़कें, निर्माण कार्य के लिए मंजूर हुए 955 करोड़

आपको बता दे कि जब हमारे संवाददाता विकासखंड चिरईगांव के एडीओ पंचायत कमलेश कुमार सिंह से इस शासनादेश के मद्देनजर यहां पर ड्यूटी पर उपस्थित ग्राम पंचायत अधिकारियों / ग्राम विकास अधिकारी का विवरण मांगा तो उन्होंने संविदाकर्मी आनंद को इसकी जिम्मेदारी देते हुए किसी मीटिंग में चले गए। लेकिन जब हमारे संवाददाता ने आनंद कुमार से इस रिपोर्ट के बारे में बात किया उन्होंने सीधे-सीधे विवरण देने से मना करते हुए कहा कि इससे आप से क्या मतलब है।


जबकि हमारे संवाददाता ने यह बात एडीओ पंचायत कमलेश सिंह को बता चुके थे कि हमें खबर के लिए यह डिटेल चाहिए तो उन्होंने कोई सवाल ना करते हुए सीधे-सीधे आनंद को आदेश करते हुए कहा कि वह लिस्ट हमें दे दी जाए। लेकिन आनंद की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह लिस्ट देने से कतराते नजर आए। इससे तो यह साफ जाहिर होता है कि इनकी मनसा कुछ ठीक नहीं है या यूं कह ले कि यह भी जो इतने दिनों से सचिव यहां पर कुंडली मार के बैठे हुए हैं उनको बचाने की कोशिश कर रहे है। 


अब देखना यह है कि क्या इसमें एडीओ पंचायत कमलेश सिंह संज्ञान लेते हुए यह डिटेल देते हैं या फिर हमें उनके उच्चा अधिकारियों से ही यह डिटेल लेनी पड़ेगी। ख़बर लिखे जाने तक एडीओ मीटिंग में व्यस्त थे लेकिन जिसको यह जिम्मेदारी दे कर गए थे। वह खुद अपने आप को अधिकारी समझ रहे है।

No comments:

Post a Comment