वाराणसी: नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चौकाघाट के नियमित टीकाकरण बूथ से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने सोमवार को सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई-5.0) के तीसरे व अंतिम चरण का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने नवजात शिशुओं को पोलियो की दवा पिलाई। बूथ पर कई बच्चों को मीजल्स-रूबेला सहित अन्य टीके भी लगाए गए। इसके अतिरिक्त समस्त आठ ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी-पीएचसी) व स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी तीसरे चरण की शुरुआत की गई।
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डॉ मंजुला ने कहा कि नियमित टीकाकरण अभियान में किसी कारणवश टीकाकरण से छूटे पाँच वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती को प्रतिरक्षित करने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 शुरू किया गया है। वाराणसी सहित मण्डल के अन्य चारों जनपद में अंतिम चरण 14 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान में बच्चों को छुटे हुए सभी टीकों के के साथ ही मीजल्स-रूबेला के टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जाएगा, क्योंकि दिसंबर 2023 तक एमआर के उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही गर्भवती को टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका लगाया जाएगा। यह टीका गर्भवती को व उनके गर्भस्थ शिशु को टिटनेस व डिप्थीरिया (गलघोंटू) रोग से बचाता है। उन्होंने परिजनों से अपील की कि अपने घर के आसपास के परिजनों को पाँच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण कराने के लिए पीएचसी - सीएचसी जाने के लिए प्रेरित करें।
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सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि कोई भी बच्चा छूटा हो तो उसका टीकाकरण अवश्य कराएं। सभी टीके पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। टीका लगने के बाद सामान्य बुखार हो सकता है लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रतिकूल प्रभाव से निपटने को रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) तैयार की गई है। इसके अलावा नजदीकी सीएचसी-पीएचसी पर भी चिकित्सक से सलाह ली जा सकती है।
इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (प्रतिरक्षण) डॉ एके मौर्य व अधीक्षक डॉ फाल्गुनी गुप्ता ने भी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई। डॉ एके मौर्य ने बताया कि आईएमआई 5.0 के तीसरे चरण के लिए जिले के छूटे पाँच वर्ष तक के 15455 बच्चों एवं 2448 गर्भवती को टीकाकरण के लिए लक्षित किया गया है। इसके लिए जनपद में कुल 1720 टीकाकरण सत्र आयोजित किये जाएंगे। इस दौरान बच्चों को 11 बीमारियों से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा जिनमें डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, क्षय (टीबी), हेपेटाइटिस-बी, मैनिंजाइटिस, निमोनिया, हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप-बी संक्रमण, डायरिया रोटा वायरस और खसरा-रूबेला (एमआर) शामिल है।
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लाभार्थियों के बोल : पाण्डेयपुर निवासी सावरीन ने कहा - रविवार को सीएचसी चौकाघाट पर ही मेरे बेटे का जन्म हुआ। इसलिए यहीं उसको जन्म पर लगने वाले सभी टीके (बर्थ डोज़) लगवाए हैं। इसी तरह परजाना बानो, मधु,प्रिया वर्मा ने भी अपने नवजात शिशुओं को बर्थ डोज़ लगवाई। सभी के चेहरों पर खुशी देखने को मिली क्योंकि बड़े अधिकारियों के द्वारा उनके बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। उन्होंने कहा कि हम समय पर सभी प्रकार के टीके लगवाएंगे।
इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील गुप्ता, स्टाफ नर्स प्रियंका,यूनिसेफ से प्रदीप विश्वकर्मा व डॉ शाहिद, डब्ल्यूएचओ से एसएमओ डॉ श्रीराम स्वामी व डॉ सतरुपा, यूएनडीपी से आशुतोष मिश्रा व रीना वर्मा, आशा कार्यकर्ता रंजना, राजमनी, सुनीता, गीता एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी व स्टाफ मौजूद रहा।
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