वाराणसी: जनपद में 17 सितंबर से शुरू हुए आयुष्मान भवः अभियान के अंतर्गत आयुष्मान आपके द्वार 3.0 के तहत आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना महत्वपूर्ण साबित हो रही है। इसके साथ ही पिछले माह 27 अगस्त को वाराणसी आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया के द्वारा लॉंच की गई आयुष्मान एप्लीकेशन की पहल का भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। तब से लेकर अब तक (23 दिनों में) जनपद में 71 हजार से अधिक लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड इस एप के माध्यम से बन चुका है। इस उपलब्धि से वाराणसी प्रदेश भर में प्रथम स्थान पर चल रहा है।
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प्रमुख सचिव स्वास्थ्य उत्तर प्रदेश पार्थ सारथी सेन शर्मा के द्वारा लगातार आयुष्मान कार्ड प्रक्रिया की समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही शासन के निर्देश के क्रम में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार टीम ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बना रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद को जल्द से जल्द सौ फीसदी पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने वाला पहला जिला घोषित करना है। इसके लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। आयुष्मान एप्लीकेशन से कोई भी लाभार्थी अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है। इसके लिए उसे इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं है। इस क्रम में 27 अगस्त से 19 सितंबर तक 81,279 आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन किए गए। इसमें से 71,510 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। शेष लंबित आवेदन के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। एप से बनाए गए कुल आयुष्मान कार्ड में से ओटीपी के माध्यम से 34632, फिंगर के माध्यम से 37310, आँख स्कैन से 169 और फेस के माध्यम से 9174 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस तरह देखा जाए तो आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आयुष्मान एप महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान आपके द्वारा 3.0 के तहत जनपद में 17 सितंबर से अब तक (चार दिनों में) लगभग 29,500 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
आयुष्मान भारत योजना के जनपदीय नोडल अधिकारी डॉ आरके सिंह ने बताया कि योजना के अंतर्गत जनपद में लक्षित परिवारों की संख्या 3,07,726 है। इसमें लक्षित पात्र लाभार्थियों की संख्या करीब 12,82,440 है, जिसमें 6,03,642 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। अब तक 1,89,775 लाभार्थियों को योजना के तहत जुड़े सूचीबद्ध अस्पतालों में निःशुल्क उपचार का लाभ मिल चुका है। उन्होंने बताया जिन लाभार्थियों के पास प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का पत्र हो, अंत्योदय कार्ड हो, श्रमिक कार्ड जो कि अक्टूबर 2019 से अक्टूबर 2020 के बीच बना हो या सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 में सूचीबद्ध परिवारों की सूची में नाम हो, वह लाभार्थी आयुष्मान कार्ड बनवा सकता है। इसके अलावा पात्र गृहस्थी कार्ड (छह यूनिट या उससे अधिक) वाले परिवारों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। आयुष्मान एप से लाभार्थी स्वयं आयुष्मान कार्ड बना सकता है।
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जिला कार्यान्वयन इकाई के डीआईएसएम नवेन्द्र सिंह ने बताया कि लाभार्थी को अपना आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर पर जाकर आयुष्मान एप्लीकेशन अपने एण्डरॉइड फोन में इंसटॉल करना है। उसके बाद लाभार्थी (बेनेफिशीयरी) विकल्प को टिक करके अपना मोबाइल नंबर डालें और वेरीफाई पर क्लिक करें। साथ ही दिए गए कैप्चा को डालकर लॉग इन करें। लॉग इन होने के बाद स्क्रीन में राज्य का नाम, योजना का नाम, अपने जनपद को चुने। सर्च बाई के विकल्प में प्रदर्शित फैमिली आईडी, आधार नंबर, नाम व अन्य विकल्प दिये गए हैं। उदाहरण के तौर पर फैमिली आईडी के विकल्प में राशन कार्ड संख्या डालें और बॉक्स में दाहिनी तरफ दिए गए आइकन को क्लिक करें। यदि परिवार योजना के तहत पात्रता रखता है तो परिवार के सभी सदस्यों की सूची खुल जाएगी। यदि परिवार के योजना के तहत पात्रता नहीं रखता है तो स्क्रीन पर “नो बेनिफिशियरी फाउंड” सन्देश आएगा। इस योजना में अपना नाम खोजे जाने के लिए सबसे आसान तरीका फैमिली आईडी, राशन कार्ड, और आधार नंबर है।
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