वाराणसी: प्रतिष्ठित अखबार अमर उजाला में एक खबर छपी थी सौरभ यादव की हत्या को लेकर उसमे यह बताया गया था कि सौरभ यादव एक पढ़ने वाला छात्र था और वह सेना में जाने की तैयारी कर रहा था। लेकिन जब डीसीपी वरुण जोन अमित कुमार ने खुलासा किया तो एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि सौरभ के ऊपर करीब 4 मुकदमे दर्ज है अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि अब डीसीपी झूठ बोल रहे है या फिर अमर उजाला का पत्रकार जिसने यह खबर संस्थान में दिया है।
डीसीपी वरुणा जोन अमित कुमार की बाईट
यह भी पढ़ें: Corona के बाद अब Nipah Virus से खौफ में लोग, पढ़ें क्यों खतरनाक है ये वायरस और क्या हैं इसके लक्षण
लेकिन ऐसे में एक और सवाल उठता है इस कंपटीशन के समय जहां एक ओर दैनिक जागरण, हिंदुस्तान, सहारा और आज के साथ साथ तमाम अखबार है जो अपनी विश्वसनीयता लोगो के बीच में बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है वैसे में इस तरह की खबर क्या अमर उजाला की विश्वसनीयता में गिरावट नही होगी। अगर हम जैसे छोटे पोर्टल और चैनल ऐसी गलती करते है तो एक बात समझ में आती है लेकिन एक प्रतिष्ठित और पूरी टीम से सुसज्जित संस्थान ऐसा करता है तो यह समझ से परे है।
लेकिन यह समझ में नही आता कि अमर उजाला जैसे अखबार से इस तरह की गलती होना बहुत ही बड़ा आघात है पेपर के विश्वसनीयता के ऊपर क्योंकि हम जैसे पोर्टल वाले कितनी भी कोशिश कर ले हम कभी भी इनके साथ खड़े नही हो सकते क्योंकि इन अखबारों में एक से बढ़कर एक वरिष्ठ पत्रकार है जिनके पास वर्षों का अनुभव है हम तो सिर्फ उनसे आशीर्वाद ले सकते है वैसे इस तरह की गलती उनके इतने वर्षों की कड़ी मेहनत के ऊपर एक प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।
यह भी पढ़ें: सौरभ हत्या कांड में पुलिस ने दो अभियुक्तों को किया गरफ्तार, सौरभ पर पहले से दर्ज है कई मुकदमें
अब देखना यह है कि क्या अमर उजाला संस्थान इस खबर पर दुबारा से संज्ञान लेते हुए इसमें सुधार करता है या फिर इसी क्रम को आगे बढ़ाता है।
No comments:
Post a Comment