वाराणसी: चिरईगांव, बरियासनपुर स्थित महादेव पीजी कॉलेज में शुक्रवार को पतंजलि योगपीठ के सौजन्य से योग गुरु बालकृष्ण का जन्मोत्सव और जड़ी-बूटी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर लोकनाथ पांडेय ने कहा कि आज समूची दुनिया योग, प्राणायाम और भारतीय संस्कृति को तेजी से अपना रही हैं। दुःख की बात है कि हमारे देश के कुछ युवा अब भी पाश्चात्य संस्कृति के लिए लालायित ही रहते है। कोरोना महामारी काल में योग और औषधि पौधों के साथ भारतीय संस्कृति को सर्वोच्च माना गया।
उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों की थाती योग और औषधीय पौधे गिलोय, तुलसी आदि ही संकट के दौर में हमारे काम भी आए। उन्होंने कहा यदि योग के महत्व को समझना है तो हमें प्रतिदिन योग करना भी होगा। चंद् मिनट के योग, प्राणायाम, से मनुष्य का जीवन शतायु और निरोगी रह सकता है। उन्होंने कहा कि मन के ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए भी योग बेहद आवश्यक तत्व है। मानव मन में तमाम तरह के विचार, कुविचार आदि उत्पन्न होते रहते हैं। यदि योग के जरिए मन के ट्रैफिक को नियंत्रित कर लिया जाए तो हम सकारात्मक सोच के साथ चमत्कारिक परिणाम भी प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे युवा भारत अभियान के राज्य प्रभारी बृज मोहन पांडेय ने कहा कि सनातन संस्कृति की जड़ों में योग और औषधीय पौधों की प्रचुर संपदा विद्यमान है, जरूरत है हमें उसे सहेज कर रखने और प्रयोग करने की। उन्होंने कहा कि चालाकी से अमेरिका के लोगों ने भारत के औषधि पौधों का पेटेंट करा लिया लेकिन स्वामी रामदेव ने उन्हें भारतीय लोगों की संपदा बनाकर पब्लिक डोमेन पर पेश कर दिया जिससे पेटेंट कानून अब इन पौधों पर लागू ही नहीं होता ।
उन्होंने औषधिय पौधों के गुण का बखान करते हुए पतंजलि योगपीठ द्वारा चलाए जा रहे तमाम कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कॉलेज के प्राचार्य डॉ.दयाशंकर सिंह ने योग और भारतीय संस्कृति के महत्व को विस्तार से बताते हुए औषधीय पौधों के जीवन में प्रयोग पर बल दिया। इस दौरान बीएड विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मोहन सिंह ने आगत अतिथियों का स्वागत कर योग और प्राणायाम पर चर्चा की।
कार्यक्रम का सुरुचिपूर्ण संचालन संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मारुति नंदन मिश्रा ने किया। इस अवसर पर लगभग 500 बच्चों को पारिजात, आंवला, सतावर, नीम ,गिलोय, नींबू, अमरूद समेत तमाम प्रजाति के औषधीय पौधे वितरित किए गए। इस दौरान पतंजलि युवा भारत के कोषाध्यक्ष शैलेश बरनवाल, संजय यादव, विकास पटेल, प्रतीक कुमार मौर्य ,जयंत कुमार मौर्य ,सत्येंद्र कुमार मौर्य ,भानु प्रताप समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
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