वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना, राजभाषा विभाग द्वारा दिनांक 28.07.223 को नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) की छमाही बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए बासुदेव पांडा, अध्यक्ष, नराकास एवं महाप्रबंधक बरेका ने कहा कि वाराणसी नगर ने हमेशा हिंदी के प्रयोग प्रसार में अग्रणी भूमिका का निर्वाह किया है। यह हिंदी के प्रमुख साहित्यकारों की जन्मस्थली है, इसलिए हमारा दायित्व है कि हम सभी क्षेत्रों में हिंदी का प्रयोग करें एवं सामान्य जनता को हिंदी भाषा में अपने कार्यों के बारे में बताएं। नराकास से जुड़े सभी कार्यालय अपने विभागों की सेवा गुणवत्ता पूर्ण तरीके से आम जनता को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालय गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराएं, रिपोर्ट भेजें एवं वार्षिक कार्यक्रम में दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करें। राजभाषा हिंदी की उन्नति से आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा होगा।
बैठक के दौरान महाप्रबंधक ने नराकास वाराणसी की ई-पत्रिका ‘बनारस दर्पण’ का विमोचन किया। बैठक में प्रेक्षक के रूप में शमिल अजय कुमार चौधरी, सहायक निदेशक (कार्यान्वयन), गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग ने नराकास के सदस्य कार्यालयों द्वारा प्रस्तुत प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि सरकारी कार्यों में शत-प्रतिशत हिंदी का प्रयोग सुनिश्चित करें।
इसके पूर्व नीरज जैन, मुख्य राजभाषा अधिकारी, बरेका एवं उपाध्यक्ष, नराकास ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए रचनात्मक प्रयासों से अवगत कराया। बैठक का संचालन करते हुए समिति के सदस्य सचिव एवं बरेका के वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी डा़ संजय कुमार सिंह ने भारत सरकार द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम के सभी मदों की प्रगति से समिति को अवगत कराया। वाराणसी स्थित केंद्रीय सरकारी कार्यालयों, केंद्रीय निगमों एवं स्वायत्तशासी संगठनों के कार्यालयों के विभागाध्यक्ष/प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
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