आपको बता दें की पिछले कुछ महीनों से ग्रामसभा नेवादा और ग्रामसभा सिंघवारा के आशा सेविका की शिकायत किया कि यह लोग पुष्टाहार समय से नही बांट रही है और जो कोई भी इसके लिए जाकर शिकायत करता वो उनको धमकी देते है कि तुम्हारे बच्चे का नाम काट देंगे जब इस शिकायत को लेकर डीपीओ को अवगत करवाया गया तो डीपीओ ने तुरंत इस पर संज्ञान लेते हुए सीडीपीओ को जांच का आदेश दिया।
लेकिन सीडीपीओ ने जांच तो कर लिया और उसमें दोषी पाई गई आंगनवाड़ी सेविका को दोषी भी पाया लेकिन मामले को वही दबा दिया गया अभी तक इसमें कोई जानकारी नहीं मिली है की इनके खिलाफ क्या कार्यवाही हुई है अब देखना यह है क्या इसमें डीपीओ इस अनियमितताओं के खिलाफ कोई टीम गठित करके इसकी जांच करवाते हैं या नहीं अगर ऐसा नहीं होता है तो सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार इसमें सीडीपीओ और डीपीओ की मदद से मामले को दबाया जा रहा है और आंगनवाड़ी सेविका को बचाया जा रहा है।
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