बलिया: बांसडीह कोतवाली क्षेत्राअंतर्गत ग्राम केवटलिया चौबे (बलुआ) गांव में बुधवार के दोपहर खाना बनाते समय सिलेंडर फटने के कारण से लगी आग की घटना में 25 परिवारों की 40 झोपड़ियों सहित दो दर्जन बकरी,एक गाय,एक भैंस,एक बछिया,जल कर मर गई,जबकि एक गाय झुलस गई। घटना में तीन घर के गैस सिलेंडर के फटने से आग ने भीषण रूप ले लिया।
गांव में दोपहर लगभग एक बजे के करीब भोला राजभर के झोपड़ी में सिलेंडर के रेगुलेटर में आग लग गई। भोला राजभर के परिवार के लोग घर से बाहर भाग गये। अभी वहां के लोग कुछ समझ पाते कि घर का गैस सिलेंडर फट गया तथा आग ने विकराल रूप ले लिया। पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई। लोग अपनी अपनी जान बचा कर भागने लगे। लोग जब तक कुछ समझते आग ने विकराल रूप धारण करते हुए अपने आसपास के रिहायशी झोपड़ियों को भी अपने आगोश में ले लिया।
आग के विकराल रूप को देखते हुए ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल फायर बिग्रेड एव पुलिस को दिया, तब तक आग ने केवटलिया निवासी कुंदन राजभर, दरोगा राजभर, मदन राजभर, दीपनारायण राजभर, विनोद रामाशंकर, स्वामीनाथ साहनी, कन्हैया साहनी, देवेंद्र साहनी, रामनारायण साहनी, अवधेश साहनी, सीताराम, गुड्डू राजभर ,दिनेश राजभर, शंभू राजभर, राजू राजभर, जितेंद्र मिश्र, रामनारायण साहनी, राजू नारायण साहनी, सुरेंद्र साहनी इत्यादि कई लोगो की रिहाइसी झोपड़िया एवं उसमें रखा कपड़ा, बिस्तर,अनाज, साईकिल, बर्तन खाने-पीने एवं ओढ़ने बिछाने के समान सहित पशुओं के लिए रखा चारा जलकर राख हो गया।
भीषण गर्मी में दोपहर होने के कारण धूप से बचने के लिए झोपड़ी में बंधी करीब एक दर्जन बकरियां, एक गाय की बछिया पूरी तरह झुलस गई।वही कई दर्जनों पशु भी झुलस कर घायल हो गए। आग की सूचना पर दलबल पहुंचे कोतवाली निरीक्षक योगेंद्र प्रसाद सिंह ने ग्रामीणों के सहयोग से एवं फायर बिग्रेड के तीन गाड़ियों के सहयोग से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
तत्काल पहुंचा प्रशासनिक अमला
घटना की सूचना पर तत्काल प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। स्थिति का जायजा लेने एडीएम, उप जिला अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता, सीओ एस एन वैश्य, नायब तहसीलदार अंजू यादव, पशु चिकित्सा अधिकारी मनोज राव मौके पर पहुंच गए। क्षेत्रीय लेखपाल, राजस्व विभाग की टीम पहुंच घटना में नुकसान के आंकलन के लिए पीड़ितों से जानकारी लेते रहे।
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