वाराणसी: विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर बुधवार को जनपद के सभी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सहित ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य स्क्रीनिंग शिविर लगाए गए। सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ने 30 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों की ब्लडप्रेशर व मधुमेह की जांच की गई तथा उन्हें आवश्यक परामर्श भी दिया गया। योगा संबंधी गतिविधियां भी आयोजित की गईं। पोस्टर के माध्यम से समुदाय को जागरूक किया गया। रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए ‘क्या करें - क्या न करें के बारे में जानकारी दी गई। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) संदीप चौधरी ने दी।
सीएमओ ने कहा कि हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) वह स्थिति होती है, जब धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे तनाव, फास्ट फूड, व्यायाम की कमी, धूम्रपान का सेवन आदि शामिल हैं। सामान्य ब्लड सर्कुलेशन का रेंज 120/80 एमएमएचजी होता है। हाइपरटेंशन में इसका असर शरीर के मुख्य अंगों जैसे, ब्रेन, किडनी, हृदय और आंख आदि पर होता है। उन्होंने बताया कि अक्सर, हाई ब्लडप्रेशर वाले बच्चों और किशोरों में इसके लक्षण नहीं दिखते। लेकिन इनमें से एक या अधिक लक्षण कॉमन हैं जैसे सिरदर्द, आंखों की रोशनी में कमी, डबल विजन, सीने में दर्द, पेट दर्द, सांस लेने की समस्याएं। एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ॰ मुईजुद्दीन हाशमी ने बताया कि रोजाना कम से कम एक घंटे का शारीरिक व्यायाम व योग, कम नमक का प्रयोग, कम वसा वाले भोजन के इस्तेमाल से मानसिक तनाव व उच्च रक्तचाप से बचा जा सकता है। सभी राजकीय चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच व उपचार की सुविधा मौजूद है।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भिटी (काशी विद्यापीठ) की सीएचओ मीनाक्षी ने बताया कि सेंटर पर आज करीब 20 लोगों की बीपी और मधुमेह की जांच की गई। लोगों को जागरूक किया गया। इसमें 63 वर्षीय महिला का रक्तचाप सामान्य से ज्यादा था। वजन भी सामान्य से ज्यादा था। कमर के नीचे दर्द भी देखा गया। आज उन्हें आवश्यक परामर्श दिया गया। अगले दिन फॉलो अप के लिए सेंटर पर बुलाया गया। इसके अलावा अन्य लाभार्थियों का बीपी सामान्य पाया गया। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पूरे (सेवापुरी) की सीएचओ शिखा ने बताया कि उनके सेंटर करीब 25 व्यक्तियों की बीपी और मधुमेह की जांच की गई। जिसमें एक 50 वर्षीय महिला का रक्तचाप सामान्य से काफी अधिक था। वह काफी तनाव में थी। आज उन्हें आवश्यक परामर्श दिया गया और अगले दिन फिर से सेंटर पर आने के लिए कहा।
इन बातों का रखें ध्यान - धूम्रपान और शराब के सेवन से बचने, हरी सब्जियों व फलों के सेवन करने, छह माह में एक बार बीपी जांच करवाना, वसा व तले हुए व्यंजनों के कम सेवन करने, शरीर को सक्रिय रखें, अधिक वजन हो तो घटाएं, रोजाना करीब एक घंटे तक व्यायाम, मॉर्निंग वॉक या योगा की आदत डालें और परिवार के साथ अच्छा समय बिताएं।
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