टिल्लू पर हमला करने वाले गोगी गैंग के लोगों की तस्वीर भी सामने आई है। योगेश टुंडा, दीपक तीतर और रोहित मोई को तस्वीर में देखा जा सकता है। इसमें रोहित मोई जितेंद्र गोगी का खास बताया जाता रहा है। टिल्लू पर गोगी गैंग ने 40 से ज्यादा वार किए हैं। बताया जा रहा है कि ये लोहे की रॉड को काफी समय से घिसकर हमले के लिए तैयार कर रहे थे।
रोहित मोई का बड़ा रोल
घायल होने के बाद टिल्लू को अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका। रोहित मोई की लॉरेंस बिश्नोई के साथ तस्वीर भी सामने आई है। इस हमले में मोई का बड़ा रोल माना जा रहा है। उसकी तस्वीर जितेंद्र गोगी के साथ भी है। ये अपराधी हथियारों के साथ अपनी तस्वीर खिंचवाते रहते थे। जितेंद्र गोगी, लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गैंग एक साथ मिलकर काम कर रहे थे। जितेंद्र गोगी की टिल्लू ताजपुरिया ने रोहिणी कोर्ट में हत्या करवा दी। उसके बाद से ही टिल्लू इन तीनों गैंग के निशाने पर आ गया। गोगी का राइट हैंड रोहित मोई जिगाना पिस्टल का सबसे बड़ा सप्लायर रहा है। वह भी जेल में बंद है। आज साजिश के तहत चार लोग तिहाड़ जेल में पहले तल से ग्राउंड फ्लोर पर आए। टिल्लू हाई सिक्योरिटी वॉर्ड में बंद था इसके बावजूद उस पर 40 से वार किए गए।
रोहित मोई का अतीक कनेक्शन
तिहाड़ जेल में एक महीने के भीतर दूसरी गैंगवार की वारदात सामने आई है। पिछले दिनों अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में जितेंद्र गोगी गैंग का नाम सामने आया था। इसकी सबसे बड़ी वजह रोहित मोई था क्योंकि हमले में इस्तेमाल जिगासा पिस्टल का वह बड़ा सप्लायर रहा है। जी हां, अतीक और अशरफ को तुर्की की जिस जिगाना पिस्टल से मारा गया था, उसे शूटर सनी को गोगी गैंग ने ही दी थी। इसी पिस्टल से टिल्लू ताजपुरिया को मारा जाना था। यह मेड इन तुर्की जिगाना पिस्टल 900 ग्राम की होती है। 15 राउंड की कैपेसिटी होती है। 2008 से ही इस्तेमाल हो रही है और इसकी कीमत 8-9 लाख रुपये बताई जाती है।
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