वाराणसी: देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं| इसी क्रम में क्षय रोगियों को खोजने के लिए एकीकृत निक्षय दिवस (15 मई) से विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है| जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर विशेष अभियान चलाकर टीबी मरीज खोजे जाएंगे| यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम तहत हर माह की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है। यह अभियान सोमवार (15 मई) से शुरू होगा और सात जून तक चलेगा। इस दौरान प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सप्ताह में एक बार हेल्थ कैम्प आयोजित किया जाएगा। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की अहम भूमिका होगी। ग्राम प्रधान के साथ आशा कार्यकर्ता व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से सहयोग लिया जाएगा। सीएमओ ने समस्त सीएचओ व स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया कि शासन के निर्देशानुसार समस्त अभियान का सफलतापूर्वक संचालन किया जाए। क्षय रोगियों को चिन्हित कर उन्हें तत्काल उपचार पर रखा जाए। ई-कवच व निक्षय पोर्टल पर सभी रोगियों का पंजीकरण शत-प्रतिशत किया जाए। डीसीपीएम व बीसीपीएम प्रतिदिन अभियान की समीक्षा कर जिला मुख्यालय को सूचित करें।
जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि अभियान की समस्त तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। माइक्रोप्लान बनाकर राज्य कार्यालय भेजा जा चुका है। सभी 196 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। ग्राम प्रधानों को भी आवश्यक जानकारी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि यह अभियान विशेषकर उन क्षेत्रों में चलेगा जो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दूर होंगे और जहां पिछले दो सालों में टीबी रोगी और कोविड के मरीज अधिक चिन्हित हुए हों। उन मरीजों एवं जिन व्यक्तियों में दो सप्ताह से ज्यादा खांसी आना, अचानक वजन में कमी आना, शाम को बुखार और रात में पसीना आना, बलगम में खून आने वाले मरीजों को चिन्हित किया जाएगा। सीएचओ समस्त सैम्पल को नजदीकी जांच केंद्र में भेजेंगे। जांच में पॉजिटिव आने पर तत्काल नोटिफिकेशन कर तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर हर सप्ताह एक-एक शिविर लगाकर जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। हेल्थ कैम्प के आयोजन से पूर्व आशा व एएनएम घर-घर भ्रमण कर संभावित क्षय रोग के लक्षण वाले मरीजों को चिन्हित करेंगी। चिन्हित व्यक्तियों को हेल्थ कैम्प तक आने के लिए प्रेरित करेंगी। टीबी के प्राइवेट नोटिफिकेशन को बढ़ाने के लिए निजी चिकित्सकों के साथ बैठक कर उनका सहयोग लिया जाएगा।
डीटीओ ने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत ग्राम सभा स्तर पर ग्राम प्रधान जागरूकता और टीबी की जानकारी प्रदान करेंगे। सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीबी के संपर्क व्यक्ति की ई-संजीवनी टेली मेडिसिन के माध्यम से स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर टीबी नहीं पाई जाती है तो ऐसे व्यक्तियों की टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी शुरू की जाएगी। अभियान में टीबी चैम्पियन का भी सहयोग लिया जाएगा। जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) संजय चौधरी व जिला पीपीएम समन्वयक नमन गुप्ता ने बताया कि सीएचओ अपने संबन्धित आशा कार्यकर्ता के माध्यम से वर्तमान में उपचाराधीन टीबी रोगियों की लोकेशन अपडेट, बैंक पासबुक अपडेट, फॉलो अप किया जाएगा साथ ही शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन पूरा किया जाएगा ।
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