वाराणसी: सूडान में फंसे भारतीयों का पांचवा बैच आईएनएस तेग (INS Teg) सूडान से 297 यात्रियों को लेकर रवाना हो चुका है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि जेद्दा के रास्ते में फंसे भारतीयों का यह पांचवां बैच है. इसके पहले सूडान में फंसे 136 भारतीयों को चौथा बैच बुधवार (26 अप्रैल) को सऊदी अरब के जेद्दा के लिए IAF C-130J विमान से रवाना हुआ था. अरिंदम बागची ने ने ट्वीट किया, "#ऑपरेशन कावेरी जारी है. भारत ने हिंसाग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को बचाने के लिए सोमवार को Operation Kaveri शुरू किया था.''
इस बीच विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधन ने बुधवार (26 अप्रैल) को जेद्दाह हवाईअड्डे पर पहुंचे भारतीयों के पिछले बैच
का स्वागत किया. 'ऑपरेशन
कावेरी' के तहत, भारतीय नागरिकों को लेकर हिंसा प्रभावित सूडान से निकाली गई पहली
उड़ान बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में आई जैसे ही भारतीय नागरिक सूडान से दिल्ली
पहुंचे, उन्होंने 'भारत माता की जय', 'भारतीय
सेना जिंदाबाद',
'पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाए गए. इससे पहले तीसरे जत्थे में नौसैनिक पोत आईएनएस
सुमेधा 278 यात्रियों को जेद्दा बंदरगाह पहुंचा.
सूडान से निकाले गए भारतीयों को पहले जेद्दा में जाएगा रोका
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इससे पहले ट्वीट किया, "सूडान बंदरगाह से #ऑपरेशन कावेरी के तहत
पहला IAF C-130J विमान 148 भारतीयों को लेकर जेद्दा पहुंचा. एमओएस एमईए ने मंगलवार को इंटरनेशनल
इंडियन स्कूल, जेद्दा में सुविधा का निरीक्षण किया, जहां सूडान से निकाले गए भारतीयों को पहले रोका
जाएगा.
सूडान से आ रहे इन लोगों में कई बच्चे भी शामिल हैं. सूडान से जेद्दा
पहुंचने के बाद भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा. पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय हैं. सूडान की
राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा
स्थिति अस्थिर बनी हुई है. यहां सेना और एक अर्द्धसैनिक समूह के बीच पिछले 10 दिनों से जारी भीषण
लड़ाई में 400 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
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