प्रयागराज: 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने अतीक अहमद, शाइस्ता, अशरफ और असद समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज किया. गुलाम और असद सहित चार लोग एनकाउंटर में मारे गए. जबकि अतीक अहमद की उसके भाई अशरफ सहित पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गयी. इस मामले में शूटर साबिर और गुड्डू मुस्लिम अभी भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर हैं.
फरार गुड्डू
मुस्लिम
उमेशपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी और अतीक अहमद
के गुर्गे गुड्डू मुस्लिम को पुलिस लगातार ढूंढने में लगी है. गुड्डू मुस्लिम
पिछले दो महीनों से पुलिस को चकमा दे रहा है.गुड्डू मुस्लिम का अपना एक बहुत बड़ा
नेटवर्क है. यह नेटवर्क केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में फैला हुआ
है. माफियों के साथ लगातार संपर्क बनाये रखने के कारण ही गुड्डू मुस्लिम अभी तक
पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया है.
पुलिस को गुड्डू मुस्लिम से जुडी एक नयी
जानकारी मिली है. गुड्डू मुस्लिम अपना हुलिया बदलने के साथ साथ हर बार नयी जगह के
लिए अपना नया नामकरण कर रहा है. पिछले दिनों वह बबलू, सुरेंद्र और दिलीप
नाम से अलग- अलग राज्यों में गया है. गुड्डू मुस्लिम के नाम को लेकर एक और भी खुलासा
हुआ है.
क्या है गुड्डू
मुस्लिम का असली नाम?
जानकारी के अनुसार, गुड्डू मुस्लिम
प्रयागराज का नहीं
बल्कि वह सुल्तानपुर के गोसाईगंज का रहने वाला
है. गुड्डू मुस्लिम के कई बार सुल्तानपुर आता जाता रहा है और उसका ठिकाना कुरेश
समुदाय के लोगों के यहां ही रहा. गुड्डू मुस्लिम कई सालों तक लखनऊ यूनिवर्सिटी में
रहा लेकिन उसके सहपाठी उसे गुड्डू मुस्लिम नहीं बल्कि आयुष चौधरी के नाम से जानते
हैं. गुड्डू मुस्लिम पर 5 लाख रूपए इनाम रखा
गया है. बम बनाने में माहिर गुड्डू बदमाश पिछले 20 सालों से अतीक
अहमद के साथ था. यहाँ तक कि अतीक अहमद के जेल में रहने पर भी व उन दिनों उसके अवैध
कारोबार को बहुत ही चालाकी से संभाल रहा था.
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