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Wednesday, January 18, 2023

किसानों को पक्ष और विपक्ष ने बनाया त्रिशंकु, अधिवक्ताओं का मिला साथ

वाराणसी: मोहन सराय में चल रहे किसानों के आंदोलन को कोई भी दिशा मिलती नहीं दिख रही है किसानों की हालत त्रिशंकु की तरह हो गई है जैसे कि त्रिशंकु को जमीन से विश्वामित्र जीवित स्वर्ग भेजना चाहते थे और देवता उनको स्वर्ग में आने नहीं देना चाहते थे ऐसा कहा जाता है कि त्रिशंकु आज भी बीच में ही भ्रमण कर रहे हैं ना ही वह धरती पर हैं और ना ही स्वर्ग में इसी तरह पक्ष और विपक्ष ने मोहनसराय के किसानों को बना दिया है पक्ष उनके हिसाब से करने नहीं दे रहा है और विपक्ष करवाने की कोशिश कर रहा है ऐसे में किसानों के लिए क्या विकल्प निकलता है यह किसानों के भी समझ से परे है।




किसान लगातार अपनी जमीन बचाने के लिए शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहा है लेकिन ना ही शासन और ना ही प्रशासन उनकी गुहार सुनने को तैयार है इसी क्रम में किसान आपने नेता विनय राय की अगुवाई में लगातार अपनी जमीन बचाने के लिए धरना प्रदर्शन और ज्ञापन देने की प्रक्रिया को पूरी कर रहे है साथ ही साथ किसानों के नेता विनय राय ने बताया कि हम तब तक अपने इस विरोध को जारी रखेंगे जब तक कि शासन या प्रशासन हमारी जमीनों के ऊपर जो नजर गाड़ें बैठी है उसको छोड़ नहीं देती।

इसी क्रम में आज किसानों ने अपने नेता विनय राय की अगुवाई में राजातालाब तहसील में मौजूद सभी अधिवक्ताओं के समक्ष अपनी परेशानियों और प्रशासन द्वारा किए गए वादे का साक्ष्य दिखाते हुए अपने अधिवक्ता गणों से मदद की गुहार लगाई जिसको अधिवक्ताओं ने ससहमति के साथ स्वीकार किया और किसानों को यह आश्वासन दिया कि इस लड़ाई में वह किसानों के साथ खड़े हैं और न्यायिक प्रक्रिया के हिसाब से जो कुछ भी कर सकते हैं वह करेंगे।

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से लगातार मोहनसराय सहित और 4 गांवों के किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं गांव के किसान ट्रांसपोर्ट नगर के लिए उनके जमीन पर प्रशासन द्वारा अधिग्रहण किए जाने के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं इसी क्रम में किसान नेता विनय राय की अगुवाई में लगातार जगह जगह ज्ञापन दे रहे हैं चाहे पक्ष हो, चाहे विपक्ष हो। नेता, विधायक, मंत्री और सांसद के पास जाने से किसानों ने कोई भी गुरेज नहीं किया सभी जगह पर उन्होंने हो रहे ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ अपनी पूरी कोशिश की है लेकिन इन किसानों को कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली है।

किसान नेता विनय राय ने मीडिया के समक्ष यह ऐलान किया कि हम हर तरह से अपनी जमीन पर होने वाले अधिग्रहण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं अगर सरकार और प्रशासन ने हमारी बात नहीं मानी तो मजबूरन हम 10000 की संख्या में किसान जिला मुख्यालय को घेरने और वहां पर धरना देने के लिए विवश हो जाएंगे और जरूरत पड़ी तो अपने जमीन को बचाने के लिए हम किसान जिला मुख्यालय के सामने आत्मदाह करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। अब देखना यह होगा की अधिवक्ताओं का साथ मिलने से क्या सरकार के ऊपर दबाव बनेगा सरकार किसानों की बात मानेगी या फिर यह जो धरना प्रदर्शन चल रहा है यह एक विकराल रूप लेगा।

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