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Wednesday, July 20, 2022

चौकाघाट सीएचसी पर पुरुष नसबंदी प्रोत्साहन व सम्मान कार्यशाला आयोजित

वाराणसी: 19 जुलाई 2022 –“पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में भागीदारी” कुछ इसी संदेश के साथ मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौकाघाट पर पुरुष नसबंदी (एनएसवी) प्रोत्साहन व सम्मान को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व में पुरुष नसबंदी करा चुके पाँच लाभार्थियों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने सम्मानित किया। इस मौके पर राघवेंद्र, आनंद गुप्ता व अन्य लाभार्थियों ने अनुभव साझा किए। 


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पिछले साल जुलाई में पुरुष नसबंदी करा चुके पहड़िया निवासी राघवेंद्र (38) ने बताया कि सन 1996 में शादी हुई। पहला बच्चा दो साल में हुआ और दूसरा बच्चा साल 2008 में हुआ। इसके बाद वह और अधिक बच्चे नहीं चाहते थे तो कंडोम का उपयोग करते रहे। एक दिन आशा कार्यकर्ता रीता सिंह ने मुझसे मुलाक़ात की और पुरुष व महिला नसबंदी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद अपनी पत्नी की सहभागिता से पुरुष नसबंदी करने का ही निर्णय लिया। उन्हें अब कोई दिक्कत नहीं है और खुशी से जीवन बिता रहे हैं। चौक निवासी आनंद गुप्ता (40) ने बताया कि उनके चार बच्चे हैं। 

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क्षेत्र की आशा ममता सिंह ने उनसे व उनकी पत्नी से बात की। पुरुष व महिला नसबंदी के बारे में बताया तो आनंद के खुद की नसबंदी कराने का निर्णय लिया। पति के इस फैसले से पत्नी बेहद खुश हैं। अभी कुछ दिवस पहले ही आनंद ने नसबंदी करवाई। इसी तरह अनूप चौरसिया, रामदास तिवारी, भोला ने भी अपने अनुभव साझा किए। खास बात यह रही कि सभी पुरुष नसबंदी लाभार्थी पूर्ण रूप से संतुष्ट दिखे और वह स्वस्थ व खुशहाल ज़िंदगी बिता रहे हैं।  

जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन पीएसआई इंडिया के सहयोग से किया गया। सीएमओ ने सभी संतुष्ट पुरुष नसबंदी लाभार्थियों की इस कार्य में आगे आने के लिए सराहना की। सीएमओ ने कहा कि पुरुष नसबंदी उन दंपति के लिए है जिनका परिवार पूरा हो चुका है। जिन्हें और बच्चे नहीं चाहिए। वह परिवार नियोजन की सेवा लेना चाहते हैं तो पुरुष नसबंदी के लिए आगे आयें। पुरुष नसबंदी सबसे सरल और आसान विधि है। पुरुष नसबंदी बिना चीरा और बिना टांके के 10 से 20 मिनट में पूरी हो जाती है। 

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नसबंदी के बाद पुरुष उसी दिन घर जा सकता है। इससे मर्दानगी पर कोई असर नहीं पड़ता और वह पहले की तरह नियमित कार्य कर सकता है। इसके लिए विभाग की ओर से 3000 रुपये की प्रतिपूर्ति राशि प्रदान की जाती है। सीएमओ ने समस्त आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि 31 जुलाई तक चल रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के अंतर्गत प्रत्येक आशा कार्यकर्ता दो-दो पुरुष नसबंदी कराना सुनिश्चित करें। इस दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ मनमोहन शंकर ने बताया कि चौकाघाट सीएचसी पर 24 घंटे सातों दिन पुरुष व महिला नसबंदी की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध है। मंडलीय शहरी स्वास्थ्य समन्वयक मयंक राय ने समस्त आशा कार्यकर्ताओं को पुरुष नसबंदी प्रोत्साहन संदेशों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।  

कार्यशाला में चौकाघाट पीएचसी के एमओआईसी डॉ संतोष सिंह,डीएचईआईओ हरिवंश यादव, पीएसआई इंडिया के जिला प्रतिनिधि अखिलेश, क्षेत्र की समस्त आशा कार्यकर्ता, समस्त स्टाफ और अन्य लोग उपस्थित रहे।

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