वाराणसी: बेटी की शादी के बाद से ही कर्ज में डूबे सुबचन (52 वर्ष) पर उस रोज तो मानो दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा जब चिकित्सकों ने बताया कि उसके कुल्हे की हड्डी टूट गई है और कूल्हे का प्रत्यारोपण होगा। वह यह सोच कर परेशान हो गया कि अब इलाज के लिए डेढ़ लाख तक की रकम वह कहाँ से लाएगा। इस संकट के समय उसके पास मौजूद आयुष्मान कार्ड उसके लिए वरदान साबित हुआ। आयुष्मान कार्ड के जरिए सुबचन ने गत वर्ष दिसम्बर माह में प. दीनदयाल चिकित्सालय में आपरेशन कराया। चिकित्सकों ने उसके कूल्हे का प्रत्यारोपण कर नया जीवन दिया।
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सुबचन इस नए जीवन का श्रेय आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना” को देते हैं । वह कहते हैं कि उनके पास अगर आयुष्मान कार्ड” न होता तो वह अब तक अपनी टूटी कमर लेकर लाचारी का जीवन जी रहे होते, क्योंकि मुझ गरीब मजदूर के पास उपचार के लिए इतनी बड़ी रकम कहाँ से आती। सुबचन की ही तरह रिक्शा चलाने वाले संजय (48 वर्ष) को भी कूल्हे में तेज दर्द के कारण चलना-फिरना दूभर था। संजय बताते हैं कि आयुष्मान कार्ड लेकर वह पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय के आयुष्मान कक्ष पहुंचे थे।
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वहां तैनात आयुष्मान मित्र शौम्य कुमार व स्तुति पाण्डेय ने उन्हें चिकित्सक को दिखाने से लेकर भर्ती कराने में मदद की। गत 15 जून को उनके कुल्हे का प्रत्यारोपण हुआ। संजय बताते हैं कि आयुष्मान कार्ड” होने की वजह से उनका पूरा उपचार निःशुल्क हुआ है। यह कहानी सिर्फ सुबचन और संजय की ही नहीं उन सभी की है जिनके कूल्हे बदलने की डाक्टरों ने सलाह दी थी और वह धन के अभाव में अपना उपचार नहीं करा पा रहे थे। ऐसे ही गरीबों के लिये उनका आयुष्मान कार्ड” संकट मोचक बना और उन्होंने इस कार्ड के जरिये अपना निःशुल्क हिप रिप्लेसमेंट” कराया।
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पं. दीनदयाल चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह बताते हैं कि एक वर्ष के भीतर हमारे अस्पताल में आठ लोगों का हिप रिप्लेसमेंट” आयुष्मान कार्ड के जरिये मुफ्त किया जा चुका है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. बृजेश कुमार व डा. केके बरनवाल और उनकी टीम ने इस दायित्व को निभाया। वह कहते हैं कि आमतौर पर कूल्हा प्रत्यारोपण में तकरीबन एक लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। इतना धन किसी गरीब के लिए जुटा पाना असंभव होता है। ऐसे में आयुष्मान योजना ऐसे लोगो के लिये वरदान जैसी है। इस योजना का लाभ उठा कर पीड़ित संकट से उबर रहे हैं ।
क्या है आयुष्मान भारत योजना-
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. मोइजुद्दीन हाशमी बताते हैं कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” देश में कमजोर वर्ग के लोगों को सालाना पांच लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराती है। इस योजना में आयुष्मान कार्ड धारकों का मुफ्त कूल्हा व घुटना प्रत्यारोपण तो किया ही जाता है, बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, स्टंट डालना, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, किडनी, लीवर, डायबिटीज, आंख, नाक, कान और गले जैसी एक हजार से अधिक छोटी-बड़ी बीमारियों का भी निःशुल्क उपचार होता है। इसके अलावा मैटरनल हेल्थ, उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा भी आयुष्मान कार्ड धारक को निःशुल्क प्रदान की जाती है।
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ऑनलाइन या ऑफलाइन कर सकते हैं पात्रता की जाँच :
आयुष्मान भारत योजना के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक ईं. नवेन्द्र सिंह कहते हैं कि आयुष्मान योजना के दायरे में कोई व्यक्ति आता है या नहीं, इसकी जानकारी अस्पताल परिसर में बनाये गए आयुष्मान योजना कक्ष में तैनात आयुष्मान मित्रों से सम्पर्क कर की जा सकती है। इसके अलावा इस बारे में ऑनलाइन भी जानकारी की जा सकती है। आनलाइन जानकारी के लिए वेबसाइट www.mera.pmjay.gov.in लागिन करना होगा। अथवा 180018004444 पर भी कॉल कर जानकारी हासिल की जा सकती है।
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