उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र अखिलेश यादव के साथ धुआंधार चुनाव प्रचार में जुटे ओपी राजभर अपने राजनीतिक विरोधियों खासकर भाजपा पर जमकर जुबानी तीर छोड़ रहे हैं। अब वे इसके साथ 'छड़ी' भी चलाएंगे। चुनाव आयोग ने उनकी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को चुनाव चिन्ह छड़ी आवंटित कर दिया है। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी।
आपको बता दें कि इस चुनाव के लिए ओपी राजभर की पार्टी ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ और अलग से वे लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। इन जनसभाओं में वे जमकर भाजपा और उसके नेताओं पर जुबानी हमले बोल रहे हैं। बुधवार को भी वाराणसी पहुंचे राजभर ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों का दुख-दर्द दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण होने से गरीबों का कोई भला नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा वालों को सिर्फ मुसलमान, पाकिस्तान और कब्रिस्तान जैसी चीजें ही दिखाई देती हैं। जबकि गरीबों को रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा चाहिए। इसके बाद ही वे भगवान की पूजा करेंगें। भूखे भजन न होय गोपाला...।
ओपी राजभर वाराणसी के हटिया में सरदार पटेल भाईचारा सम्मेलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। ओपी राजभर ने दावा किया कि 2022 में भाजपा का पतन तय है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में हमारी सरकार का बनना तय है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद हम सबसे पहले जातीय जनगणना कराएंगे। इसके साथ ही सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू कराएंगे। छुट्टा पशुओं की समस्या को भी दूर करेंगे। घर-घर शिक्षा पहुंचाएंगे। इसके साथ ही घरेलू बिजली को पांच साल के लिए मुफ्त कर देंगे। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना लागू करने का भी वादा किया। इस सभा में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी ने कहा कि सुभासपा और सपा की जोड़ी लोहा और लोहार की तरह है। इसको तोड़ने वाले खुद टूट जाएंगे।
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