सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकतंत्र पर आए संकट को देखते हुए वोट से परिवर्तन की नई मंजिल तय करनी है। अखिलेश यादव ने कहा कि विजयदशमी का पर्व हमें यह संदेश देता है कि अहंकार और अत्याचार का परिणाम सदैव बुरा होता है। यह भी सुनिश्चित है कि बुराई और असत्य के मुकाबले हमेशा सत्य की जीत होती है और असत्य पराजित होता है। अखिलेश यादव ने कहा इसलिए हमें अपने आचरण में सद्भाव को बढ़ावा देना चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि समाज संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। संकीर्ण मानसिकता के चलते आपसी सौहार्द बिगड़ रहा है। अधिनायकशाही सोच से सरकार असहमति की आवाज का दमन कर रही है।
लोकतंत्र और सामाजिक समरसता को कमजोर करना ही बीजेपी का मूल
एजेंडा है। जनता के हित में बीजेपी सरकार की नीतियां पूरी तरह विफल है। शुक्रवार
को दशहरे के मौके पर समाजवादी पार्टी कार्यालय आए वकीलों,
सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत महिलाओं व अल्पसंख्यकों आदि की बधाई
स्वीकार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि चंद महीने बाद ही उत्तर प्रदेश की जनता को
अपने भाग्य के निर्णय का अधिकार मिलेगा। इस मौके पर राजपुरोहित पण्डित हरि प्रसाद
मिश्रा ने विजयदशमी पर अखिलेश यादव को ‘विजयी भव‘
का आशीर्वाद दिया और रक्षा सूत्र बांधा। उन्होंने कहा समय,
परिस्थतियां ग्रह-नक्षत्र सब अखिलेश यादव के अनुकूल हैं। वह ही
मुख्यमंत्री बनेंगे।
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