आस्था से जुड़ी सदियों पुरानी असली प्राण प्रतिष्ठित परंपरागत चल रजत प्रतिमा से पूजन कराने की काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत ने प्रशासन से की अपील..................
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत पंडित लोकपति
तिवारी निवासी बड़ा देव गोदौलिया वाराणसी ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि
वर्षों पुरानी परंपरा जिसमें रक्षाबंधन की पंच बदन रंगभरी एकादशी की रजत प्रतिमा
मौखिक बंटवारे में प्राप्त हुई हैं तब से इनके पास बनी हुई है इनके पुत्र
शशांक पति ने भी बताया है की हमारे परिवार
के ही लोग नकली प्रतिमा बनवा कर धोखे से तीनों परंपरागत परंपरा संपन्न कराने लगे
हैं जिससे असली प्राण प्रतिष्ठित परंपरागत चल रजत प्रतिमा लोकपति के बड़ादेव स्थित
महंत आवास में उपवास करती हैं काशी की जनता के साथ यह छलावा है और भगवान के साथ
अन्याय है हम इसके विरुद्ध उच्च न्यायालय में रिट भी दाखिल किए हैं जो अभी
विचाराधीन है उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि कोई आदेश ऐसा ना करें जिससे
वर्षों पुरानी परंपरा को क्षति पहुंचे
इस आर्टिकल को शेयर करें
अपने शहर की खास खबरों को अपने फ़ोन
पर पाने के लिए ज्वाइन करे हमारा Whatsapp
Group मोबाइल नंबर 09355459755 / खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें।
No comments:
Post a Comment