उत्तर प्रदेश की राजधानी में डेंगू का डंक तेज हो रहा है। गुरुवार को डेंगू के 27 नए मरीज मिले। लखनऊ शहर में इस साल अब तक मरीजों का आंकड़ा 500 के पार पहुंच चुका है। बलरामपुर, सिविल व लोक बंधु समेत दूसरे अस्पतालों में 100 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। कई जगहों पर तो डेंगू वार्ड में बेड फुल हो गए हैं।
लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में गुरुवार को डेंगू मरीजों का
आंकड़ा 40 पहुंच गया है। यहां पहले 27
डेंगू मरीजों को ही भर्ती करने की सुविधा थी। चिकित्सा
अधीक्षक डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने जानकारी दिया कि अब कोरोना वार्ड में डेंगू
मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। बलरामपुर अस्पताल में 20
से अधिक मरीज भर्ती हैं। सभी बेड भर गए हैं। सिविल अस्पताल
के निदेशक डा. एसके नंदा के मुताबिक यहां पुरुष वार्ड में 16
डेंगू मरीज भर्ती हैं। लोहिया, भाऊरावदेवरस
में 30 से ज्यादा भर्ती हैं।
24 घरों को नोटिस
भेजा स्वास्थ्य विभाग ने
लखनऊ शहर में डेंगू मरीजों के मिलने का सिलसिला अब भी जारी
है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क है। नगर निगम,
मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीम द्वारा
खरगापुर, इन्दिरानगर,
राजाजीपुरम, फैजुल्लागंज,
के आस-पास क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 2409 घरों में
जांच की। 24 घरों में मच्छरजनित स्थितियां
पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया।
सरोजनीनगर में कई लोग बीमार
सरोजनीनगर में आधा दर्जन बुजुर्ग व बच्चे भी बुखार से पीड़ित
हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शिकायत के बाद भी नगर पंचायत कार्यालय द्वारा फागिंग
नहीं कराई जा रही है। सरोजनीनगर के बंथरा गांव निवासी चन्द्रकांत पाण्डेय की माने
तो उनकी बेटी अनिकेता पाण्डेय (08) को कई
दिनों से बुखार आ रहा था। उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। लेकिन बुखार न
कम पड़ने पर जब अनिकेता के परिजनों ने गुरूवार को उसकी जांच कराई,
तो जाँच में डेंगू पाजीटिव होने की पुष्टि हुई है। इसके
अलावा अनिकेता के साथ ही बंथरा कस्बा व गांव में करीब एक दर्जन बुजुर्ग व बच्चे कई
दिनों से तेज बुखार से पीड़ित हैं। सभी का अलग-अलग निजी अस्पतालों से इलाज कराया
जा रहा है।
मच्छरों की रोकथाम के लिए राजधानी में अभियान चलाया जा रहा
है। 18 तारीख से टीम घर-घर जाकर बुखार
के मरीजों में डेंगू-मलेरिया की जांच कराएगी। डा. केपी त्रिपाठी, एसीएमओ
इस आर्टिकल को शेयर करें
No comments:
Post a Comment