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Monday, December 22, 2025

जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन सड़क मार्ग का किया औचक निरीक्षण

वाराणसी: जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने निर्माणाधीन हरसोस-सूईचक-गंगापुर व मोहनसराय-गंगापुर-मोटीकोट सड़क मार्गों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का औचक निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की भौतिक प्रगति जानी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग-निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता ने कार्यों की भौतिक प्रगति और निर्माण कार्यों में आ रही बाधाओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के कार्य में आ रही दिक़्क़तों को संबंधित विभाग समन्वय बनाकर निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। कहा कि पेड़ों की कटाई, विद्युत पोलों की शिफ्टिंग और भूमि अधिग्रहण के कार्यों में तेज़ी लाते निर्माण कार्यों को ससमय पूरा कराएं।

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जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों को सही मानक और गुणवत्ता के साथ ससमय कार्य को पूरा करने हेतु निर्देशित किया।इस दौरान साथ में अधिशासी अभियंता आशुतोष व अन्य अभियंता, वीडीए के अधिकारी, तहसीलदार शालिनी सिंह तथा राजस्व निरीक्षक व संबंधित लेखपाल उपस्थित रहे।

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इसके अलावा *जिलाधिकारी ने अपना घर आश्रम*, मदरवा-सामनेघाट जाकर वहाँ रहने वाले बेसहारा, असहाय व बीमार व्यक्तियों की सेवा के लिए संचालित व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।

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Sunday, December 21, 2025

जिलाधिकारी ने राजातालाब तहसील पर संपूर्ण समाधान दिवस में सुनी लोगों की फरियाद

वाराणसी: जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने शनिवार को राजातालाब तहसील पर आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में क्षेत्र के आए हुए फरियादियों की भूमि विवाद, चक मार्ग और सार्वजनिक भूमि पर कब्जे, बिजली,सीवर, क्षतिग्रस्त सड़क, जल निकासी, पेंशन इत्यादि विभिन्न समस्याओं को सुनी।


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समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी को रोहनिया के पूर्व विधायक महेंद्र सिंह पटेल ने हाईवे से बीरभानपुर होते हुए गंगापुर जाने वाली मार्ग को चौड़ीकरण करने तथा तहसील के पास बुरी तरह क्षतिग्रस्त सड़क व नाला को बनवाने हेतु शिकायत पत्र देते हुए कहा कि उक्त सड़क पर तहसील में जाने के लिए जनता के साथ-साथ अधिकारियों व अधिवक्ताओं को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

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उसके अलावा कनकपुर निवासी देवेंद्र यादव ने खतौनी में हुई त्रुटि को लेकर तहसील पर कई बार शिकायत करने के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा अनदेखी किए जाने की शिकायत पत्र देते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने निर्देश दिया कि प्राप्त शिकायतों का निस्तारण समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। 

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उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदारी से कार्य न करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 148 शिकायत पत्र मिले जिसमें सिर्फ 12 शिकायत पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया।

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संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रमुख रूप से मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी राजातालाब शांतुन कुमार सिनसिनवार, खंड विकास अधिकारी सुरेंद्र सिंह यादव , एसीपी राजातालाब अजय श्रीवास्तव सहित संबंधित विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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सम्पूर्ण समाधान दिवस की शिकायत ठंडे बस्ते में, खड़ंजा निर्माण घोटाले की जांच लंबित

वाराणसी: पिंडरा तहसील पर संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता उप जिलाधिकारी प्रतिभा मिश्रा द्वारा हुआ संपूर्ण समाधान दिवस पर जनता की फरियाद उप जिलाधिकारी प्रतिभा मिश्रा तहसीलदार कुलवंत सिंह समस्त नायब तहसीलदार सहित आदि अधिकारी मौजूद रहे। संपूर्ण समाधान दिवस पर कल प्रार्थना पत्र 127 प्रार्थना पत्र आए जिसमें केवल तीन निस्तारण हुआ।

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सम्पूर्ण समाधान दिवस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण को लेकर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। तहसील पिंडरा अंतर्गत ग्राम सभा पिंडरा में इंटरलॉकिंग व खड़ंजा निर्माण में कथित घोटाले की जांच की मांग को लेकर दिया गया प्रार्थना पत्र बीतने के बाद भी संबंधित अधिकारियों की फाइलों में ही अटका हुआ है।

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ग्राम पिंडरा उसरासहित निवासी विनय कुमार सिंह पुत्र स्व. अनिल सिंह ने बताया कि उन्होंने 6 दिसंबर 2025 को सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर प्रार्थना पत्र संख्या 30099525001023 प्रस्तुत कर ग्राम सभा पिंडरा में कराए गए इंटरलॉकिंग और खड़ंजा निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं की शिकायत की थी। आरोप है कि निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।

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शिकायतकर्ता का कहना है कि प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद मामले का निस्तारण नहीं किया गया है। वहीं, कथित रूप से हुए धन गमन को लेकर भी कोई विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सम्पूर्ण समाधान दिवस का उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान है, लेकिन शिकायत लंबित रहना इस व्यवस्था की गंभीरता पर प्रश्नचिह्न लगाता है। लोगों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

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इस संबंध में शिकायतकर्ता ने प्रशासन से जल्द जांच शुरू कर निर्माण कार्य में हुई अनियमितताओं का खुलासा करने और जिम्मेदारों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस शिकायत को कितनी गंभीरता से लेते हुए कब तक कार्रवाई करता है।

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Saturday, December 20, 2025

ठंड और गलन से ठिठुरी काशी, औसत से पांच डिग्री नीचे तापमान, मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान

वाराणसी: काशी मे ठंड इस बार रिकॉर्ड तोड़ रही है। शुक्रवार को गलन और ठंड से काशीवासी ठिठुर गए। अधिकतम तापमान 18 डिग्री के आसपास रहा। इससे इसे अतिशीत दिवस घोषित किया गया। वहीं कोहरे की भी चादर रही। ऐसे में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल ठंड और गलन से राहत के आसार नहीं है। कोहरा का प्रकोप भी जारी रहेगा। 

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मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को वाराणसी का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.3 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूरे दिन घने कोहरे और शीतलहर के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रही, जिससे यातायात पर असर पड़ा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और हिमालयी क्षेत्र से आ रही ठंडी हवाओं के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ा है।

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काशी में सुबह करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलीं। रात के समय कोहरा और गहराया, जिससे न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की गई। ठंड के कारण लोगों ने अलाव का सहारा लिया, वहीं सड़कों और चौराहों पर भीड़ कम नजर आई। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 15 दिनों तक ठंड और कोहरे का असर बना रह सकता है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

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नगर आयुक्त ने शहर में भ्रमण कर देखी कूड़ा निस्तारण व्यवस्था, स्वच्छता और नागरिक सुविधाओं का लिया जायजा, दिए आवश्यक निर्देश

वाराणसी: नगर की स्वच्छता व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण प्रणाली और नागरिक सुविधाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने शुक्रवार को सेनपुरा कूड़ा डंपिंग प्वाइंट, पीली कोठी कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन तथा मछोदरी क्षेत्र स्थित सलेमपुरा मलिन बस्ती का निरीक्षण किया। इस दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

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सेनपुरा कूड़ा डंपिंग प्वाइंट के निरीक्षण में पाया गया कि सड़क किनारे खुले स्थान पर कूड़ा निस्तारण किए जाने से आवागमन प्रभावित हो रहा है और जाम की स्थिति बन रही है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए नगर आयुक्त ने सुझाव दिया कि यदि फायर विभाग की सटी हुई बाउंड्री के भीतर खाली भूमि उपलब्ध कराई जाती है, तो वहां फोर्टेबल कंपैक्टर मशीन स्थापित कर कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था की जा सकती है। इससे न केवल यातायात व्यवस्था सुचारू होगी, बल्कि आसपास का वातावरण भी स्वच्छ और सुरक्षित रहेगा। इस संबंध में मुख्य अग्निशमन अधिकारी को उक्त भूमि नगर निगम को उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 

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इसके बाद नगर आयुक्त ने मछोदरी क्षेत्र के सलेमपुरा मलिन बस्ती का निरीक्षण किया। यहां डूडा द्वारा कराए गए इंटरलॉकिंग कार्यों की गुणवत्ता को संतोषजनक बताया गया। निरीक्षण के दौरान स्थानीय निवासियों ने शिकायत की कि प्रत्येक घर में जलापूर्ति कनेक्शन होने के बावजूद समय से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस पर नगर आयुक्त ने जलकल विभाग को तत्काल संज्ञान लेते हुए नियमित और सुचारू जलापूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बस्तीवासियों ने अपने बच्चों के प्रवेश को लेकर मछोदरी स्मार्ट स्कूल में आ रही समस्याओं की जानकारी दी, जिस पर नगर आयुक्त ने मौके पर उपस्थित प्रधानाचार्य को आवश्यक समाधान कर बच्चों का दाखिला सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

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पीली कोठी स्थित कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के निरीक्षण के दौरान कूड़ा निस्तारण की वर्तमान व्यवस्था का जायजा लिया गया। नगर आयुक्त ने यहां अतिरिक्त मशीनें लगाए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि सेनपुरा कूड़ा डंपिंग स्थल पर भार कम किया जा सके। उन्होंने परिसर में चल रहे निर्माणाधीन कार्यों का भी निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि प्रस्तावित तालाब का निर्माण वास्तविक आवश्यकता के अनुरूप किया जाए। साथ ही शेष भूमि का उपयोग डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण वाहनों की पार्किंग, वर्कशॉप, धुलाई स्थल, एमआरएफ सेंटर और कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए कार्यालय निर्माण में किया जाए। उन्होंने पूरे परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए भी एक समग्र योजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 

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निरीक्षण के दौरान पीली कोठी ट्रांसफर स्टेशन परिसर में टीपीएस कंपनी द्वारा स्वीपिंग मशीन का डेमो भी प्रस्तुत किया गया। नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि शहर के अन्य क्षेत्रों में भी ट्रायल के रूप में इस मशीन का उपयोग कर उसकी उपयोगिता का आकलन किया जाए। इस दौरान अपर नगर आयुक्त सविता यादव, जोनल स्वच्छता अधिकारी, संबंधित सफाई निरीक्षक तथा वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन के प्रोजेक्ट मैनेजर अनुज भाटी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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Friday, December 19, 2025

कफ सिरप कांड में आरोपियों को हाईकोर्ट से करारा झटका, गिरफ्तारी का रास्ता हुआ साफ

वाराणसी: नशीले कफ सिरप से जुड़े चर्चित मामले में मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल समेत सभी आरोपियों को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगाने और एफआईआर को रद्द करने से जुड़ी सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद अब सभी 40 आरोपियों की गिरफ्तारी का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है।

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कोर्ट ने याचिकाएं कीं खारिज

शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा और जस्टिस अचल सचदेव की डिवीजन बेंच ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं। लंबी सुनवाई के बाद कोर्ट ने स्पष्ट किया कि मामले की प्रकृति गंभीर है और इसमें एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई बनती है। इसी के साथ कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक और एफआईआर रद्द करने की मांग को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।

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एनडीपीएस एक्ट के तहत होगी कार्रवाई

हाईकोर्ट ने अपने आदेश में साफ किया कि नशीले कफ सिरप के अवैध कारोबार से जुड़े इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के प्रावधान लागू होंगे। कोर्ट के इस रुख से साफ हो गया है कि मामले को हल्के में नहीं लिया जा सकता और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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जांच एजेंसियों को मिली बड़ी राहत

याचिकाएं खारिज होने के बाद जांच एजेंसियों को बड़ी राहत मिली है। अब पुलिस और संबंधित एजेंसियां बिना किसी कानूनी बाधा के आरोपियों की गिरफ्तारी की दिशा में आगे बढ़ सकेंगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस मामले में तेज कार्रवाई देखने को मिल सकती है।

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मामले ने खींचा है पूरे प्रदेश का ध्यान

नशीले कफ सिरप कांड ने पहले ही प्रदेश स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। बड़ी संख्या में आरोपियों के शामिल होने और अवैध नशे के नेटवर्क के सामने आने से यह मामला गंभीर बन गया था। हाईकोर्ट के ताजा फैसले के बाद अब इस केस में अगला बड़ा कदम गिरफ्तारी के रूप में देखने को मिल सकता है।

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पूजा स्थलों पर कोई कर नहीं लगाया जाएगा, किसी भी पूजा स्थल के खिलाफ कोई कार्रवाई प्रस्तावित नहीं है - नगर आयुक्त

वाराणसी: नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने स्मार्ट सिटी के सभागार में उपासना स्थलों पर लगने वाले सम्पत्ति करों के सम्बन्ध में एक प्रेस वार्ता की गयी। नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि नगर निगम, वाराणसी द्वारा उपासना स्थलों को गृहकर से मुक्त किया गया है तथा सीवरकर व जलकर में पचास प्रतिशत छूट दिया जायेगा। 


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नगर आयुक्त द्वारा बताया गया पूर्व में भवनों पर पृथक-पृथक गृहकर बिल एवं जलकल विभाग के द्वारा अलग से सीवरकर व जलकर के बिल जारी किये जाते थे। उ0प्र0 शासन द्वारा जारी आदेश दिनांक-09.05.2025 के अनुसार नगर निगमों में एकीकृत बिल जिसमें गृहकर, जलकर, सीवरकर एकीकृत बिल जारी किये जाने के निर्देश दिये गये थे। 

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शासन के उक्त निर्देश पर पहली बार वित्तीय वर्ष 2025-26 में एकीकृत बिल जिसमें गृहकर, जलकर, सीवरकर (सम्पत्ति कर के रूप में) संयुक्त बिल जारी किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में शेष बचे लगभग 4 माह में लक्ष्य के सापेक्ष वसूली करने हेतु रु0 20 हजार से अधिक के सम्पत्ति कर बकाये सभी भवनों पर डिमाण्ड आफ नोटिस जारी किया गया। नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा-175 एवं 177 में वर्णित है कि उपासना स्थलों पर गृहकर से मुक्त है, किन्तु जलकर, सीवरकर को अवमुक्त नही किया गया है। 

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यदि कोई उपासना स्थल 80 जी की परिधि में आते हैं तो उन्हे सीवरकर व जलकर में पचास प्रतिशत की छूट दी जायेगी। नगर आयुक्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि नगर निगम द्वारा किसी भी उपासना स्थल पर कोई कार्यवाही नही करने जा रहा है। नगर निगम द्वारा सभी उपासना स्थलों को चिन्हित भी करने की कार्यवाही की जा रही है, जिसे उन्हे करमुक्त किया जा सके, कोतवाली जोन में अभी तक 40 मन्दिरों, 6 मस्जिदों तथा 1 गुरूद्वारा को चिन्हित कर लिया गया है।

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